विद्युत विभाग के निजीकरण के विरोध में मुख्यमंत्री के नाम दिया ज्ञापन
दूदू (निसं)। हाईएन्युटी मॉडल पर प्रदेश के समूचे विद्युत विभाग के निजीकरण के विरोध में बिजली निगम के सभी श्रमिक संगठन लामबंद हो गए। बिजली निगमों में ताबड़तोड़ किये जा रहे निजीकरण के चलते विद्युत कर्मचारीयों में सरकार के प्रति गहरी नाराजगी एवं अपने भविष्य को लेकर रोष व्याप्त है। राजस्थान विद्युत संयुक्त संघर्ष समिति के आह्वान पर विद्युत निगम के सभी श्रमिक संगठनों ने निजीकरण के विरोध में नरैना रोड़ स्थित जिला कलक्टर कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री के नाम अतिरिक्त जिला कलक्टर को ज्ञापन दिया गया। ज्ञापन के दौरान सभी श्रमिक संगठनों के सभी कर्मचारी,अधिकारी मौजूद रहे। संघर्ष समिति के जयकिशन सोनी ने सरकार की मौजूदा नीतियों पर आपत्ति जताते हुए कहा कि नीतियां राज्य की विद्युत व्यवस्था एवं सामरिक सुरक्षा के लिए खतरनाक है। राजेश कुमावत ने बताया कि विद्युत वितरण के क्षेत्र में तीनों डिस्कॉम में वर्तमान में अधिकतर कार्य आउटसोर्स पर किये जा रहे हैं और इसे निजीकरण की ओर धकेला जा रहा है। इस दौरान सत्यनारायण मीणा,अभिमन्यु सिंह, सिद्धांत,मंगल चौधरी, विष्णु दत्त पारीक, जीतराम चौधरी, सुरज भड़ाना, महिपाल सिंह, पवन यादव, वीरेंद्र सहित अनेक कार्मिक मौजूद रहे।