108 कलशो से हुआ भगवान जगन्नाथ का जलाभिषेक 

108 कलशो से हुआ भगवान जगन्नाथ का जलाभिषेक 

राजगढ

 जन-जन की आस्था के केन्द्र चौपड़ बाजार स्थित जगन्नाथ मंदिर में शनिवार को भगवान जगन्नाथ का वैदिक मंत्रोचार के बीच 108 कलशों से जलाभिषेक कराया गया जलाभिषेक के इस कार्यक्रम मे भारी संख्या मे भक्तजनो ने हिस्सा लिया व धर्म लाभ कमाया। पंडित रोहित शर्मा ने बताया कि इससे पूर्व महंत पूरण दास व मदनमोहन शास्त्री ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ विधिवत पूजा अर्चना कराई व पंचामृत, दुग्धाभिषेक व जलाभिषेक किया। मंदिर के मंहत मदनमोहन शास्त्री ने स्नान पूर्णिमा का विशेष महत्व बताते हुये कहाँ कि इस दिन स्नान के पश्चात भगवान 15 दिनों के लिये गर्भ गृह में चले जाते है जहां उनकी विशेष पूजा अर्चना की जाती है व 15 दिनों के बाद 6 जुलाई आषाढ़ शुक्ला प्रतिपदा को बाहर आकर भक्तों को दर्शन देगें व उस दिन नैत्रोत्सव व गणेश पूजन का कार्यक्रम भी आयोजित किया जायेगा। 7 जुलाई आषाढ़ शुक्ला द्वितिया को जगन्नाथ गरुद्धरूपी विमान में आरूढ़ हो जानकी ब्याहने मेला स्थल गंगाबाग के लिये रवाना होगे व उस दिन से गंगाबाग में सात दिवसीय मेले का आगाज होगा।सात दिवसीय मेले के दौरान 12 जुलाई को भगवान श्री जगन्नाथ और माता जानकी की वरमाला महोत्सव का 15 जुलाई को भगवान जगन्नाथ माता जानकी के साथ विवाह रचाकर पुनः चौपड़ बाजार स्थित जगन्नाथ मंदिर लौट आएंगे। इसी के साथ 7 दिवसीय श्री जगन्नाथ महोत्सव का भी समापन होगा।