उमरिया में 11 साल से 'मरा' हुआ आदिवासी खुद सामने आकर क्या बोला- जानें
उमरिया, 25 सितंबर 2024: मध्य प्रदेश के उमरिया जिले से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां 70 वर्षीय आदिवासी रामकिशोर कोल पिछले 11 वर्षों से खुद को जिंदा साबित करने के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रहा है। सरकारी कागजों में उसे मृत घोषित कर दिया गया है, जबकि वह अपने गांव में पूरी तरह से जीवित और स्वस्थ है। रामकिशोर की इस व्यथा ने सरकारी सिस्टम की खामियों को उजागर कर दिया है।
रामकिशोर कोल, उमरिया जिले के मानपुर जनपद के ग्राम मुगवानी का निवासी है। पिछले 11 सालों से वह लगातार सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगा रहा है ताकि वह साबित कर सके कि वह जिंदा है। लेकिन हर बार उसे निराशा ही हाथ लगी। आसपास के लोग भी इस स्थिति से हैरान हैं, क्योंकि उनके अनुसार रामकिशोर जिंदा है, लेकिन सरकारी रिकॉर्ड्स उसे मृत बता रहे हैं।
इससे पहले भी उमरिया में एक महिला को कागजों में मृत घोषित करने का मामला सामने आया था, जो अब तक ठंडा नहीं हुआ था कि यह नया मामला उजागर हो गया है। रामकिशोर कोल ने मीडिया के सामने अपनी आपबीती सुनाई और बताया कि कैसे वह सरकारी तंत्र की लापरवाही का शिकार हो रहा है।
इस मामले के सामने आने के बाद जिले के कलेक्टर ने जांच के आदेश दे दिए हैं। अब देखना होगा कि कब तक रामकिशोर कोल को सरकारी कागजों में दोबारा जिंदा घोषित किया जाएगा और वह अपने जीवन से जुड़ी सरकारी योजनाओं का लाभ ले पाएगा।