अवारा पशुओं की रोकथाम को लेकर यूथ फॉर स्वराज 17 को करेगा प्रदर्शन

अवारा पशुओं की रोकथाम को लेकर यूथ फॉर स्वराज 17 को करेगा प्रदर्शन


शहर में बढ़ रही बेसहारा पशुओं की संख्या को लेकर यूथ फॉर स्वराज संगठन ने प्रेस वार्ता मंे दी जानकारी 
चूरू। बेसहारा पशुओं को लेकर शनिवार को यूथ फॉर स्वराज संगठन की ओर से यूनियन बैंक के पास आयोजित प्रेस वार्ता में ओबीसी महासंघ की प्रदेश मंत्री ज्योति सिंह व संगठन के जिला संयोजक राजेश चैधरी ने बताया कि शहर में गत वर्षों से बेसहारा पशुओं की निरन्तर बढ़ती संख्या से आमजन परेशान है।  इनकी बढ़ती संख्या के कारण शहर का आम नागरिक और राहगीर प्रतिदिन दुर्घटनाओं के शिकार हो रहे है। चैधरी ने बताया कि गत दिनों जिलें में दो बड़ी घटनाएं हुई, जिसमें दोनों व्यक्तिओं की मृत्यु हो गई। इसमें एक चूरू के अशोक कुमार शर्मा जो कि कलेक्ट्रेट कार्यालय में अतिरिक्त सहायक प्रशासनिक अधिकारी के पद पर कार्यरत थे। जिनकोे 05 अप्रैल को एक बेसहारा पशु ने टक्कर मारी और एक राहगीर ने उन्हें अस्पताल पहुचाया, परन्तु इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई। वहीं दूसरी घटना जिले के सुजानगढ़ तहसील में  हुई, जिसमें रेलवे का गेटमैन दो सांडों की लड़ाई की चपेट में आकर घायल हो गया। जिसे आस-पास के लोगों ने अस्पताल पहुंचाया। जहाँ से हालात गंभीर होने पर गेटमैन नीमकाथाना निवासी 55 वर्षीय को अन्यत्र रैफर किया गया, लेकिन उन्होंने सीकर-जयपुर के बीच में ही दम तोड़ दिया। इसी प्रकार 1 अप्रैल को हनुमान धोरा निवासी 60 वर्षीय गोवर्धनलाल को सांड ने टक्कर मार कर गिरा दिया। अब उनका इलाज जयपुर में चल रहा है। पिछले गत 1 माह में दर्जनों की संख्या में लोगों को इन बेसहारा पशुओं ने घायल कर दिया। चैधरी ने प्रशासन पर सवाल उठाते हुये कहा कि जब शहर में गौशालायें, नंदीशाला व सांडशालायें संचालित है और करोड़ों रुपये का अनुदान सरकार से मिलता है फिर भी क्या प्रशासन का इन बेसहारा पशुओं को सहारा देने का कर्त्तव्य नहीं बनता, क्यों नहीं इन गौशाला, नंदीशालाओं व सांडशालाओं के संचालाको पर व प्रशासन पर मामला दर्ज करवा देना चाहिये। ओबीसी महासंघ की प्रदेश मंत्री ज्योतिसिंह ने बताया कि इन बेसहारा पशुओं की वजह से आम नागरिकों की जान तो जा रही है, इसके साथ-साथ जो घायल होते हैं उनके वाहनों को भी क्षति पहुचती है। सड़कों पर आज चूरू में सैकड़ों की तादात में इन बेसहारा पषुओं को देखा जा सकता है, जो चारे के लालच में इधर-उधर भटक रहे हैं। ज्योति ने बताया कि यदि जल्द से जल्द इन बेसहारा पशुओं से जिलेवासियों को राहत नहीं दी गई तो सोमवार 17 अप्रेल को आंशिक प्रदर्शन कर प्रशासन को ज्ञापन दिया जायेगा। उन्होनें कहा कि यदि 20 अप्रेल तक प्रशासन कोई कार्यवाही नहीं करता है। तो शहर के सभी बेसहारा पशुओं को जिला कलक्ट्रेट कार्यालय के अन्दर रोककर तालाबंदी की जायेगी। इस अवसर पर योगेश कड़वासरा व नितिश कड़वासरा आदि उपस्थित थे।