लापरवाही: व्यर्थ बह गया 'नीर', आमजन की समझ नहीं रहे 'पीर'
जयपुर टाइम्स
सुजानगढ़ (नि.सं.)। सुजानगढ़ शहर के नया बास सहित अनेक मोहल्लों में पेयजल किल्लत की समस्याएं आए दिन सामने आती रहती है। तो दूसरी ओर कर्मचारियों की लापरवाही और अकर्मण्यता के कारण हजारों लीटर पेयजल व्यर्थ बह गया। दरअसल गणेश मंदिर के पास स्थित जलदाय विभाग के कार्यालय परिसर में पानी के टैंक बने हुए हैं। इनकी सप्लाई रात में चालू थी। अलसुबह करीब चार पांच बजे पानी का टैंक ओवरफ्लो हुआ। घंटो तक व्यर्थ मीठा पेयजल बर्बाद होता गया। लेकिन किसी ने सुध नहीं मिली। जब दिन हुआ, तो आनन फानन में सप्लाई बंद करवाई गई। लेकिन तब तक सहायक अभियंता कार्यालय के सारे कमरों में पानी भर चुका था। ताले बंद होने के कारण उनमें क्या नुकसान हुआ, इसके बारे में कहा नहीं जा सकता। लेकिन सहायक कार्यालय परिसर में करीब सवा फुट पानी भर गया। इधर एक कर्मचारी की इस लापरवाही से सब लोग सकते में आ गए। आनन फानन में पानी के खाली टैंकर्स मंगलवार पानी को टैंकर्स में उठाकर पास में ही डाला गया। लेकिन सहायक अभियंता ऑफिस से पानी खाली करते करते दो घंटे हो गए, फिर भी पानी पूरा नहीं निकल पाया। दोपहर तक स्थिति सामान्य हो पाई। बता दें कि इससे पहले भी इस प्रकार की लापरवाही सामने आ चुकी है। दूसरी ओर इस बारे में जलदाय विभाग के सहायक अभियंता कैलाश वर्मा ने बताया कि जो भी दोषी उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी, क्योंकि पेयजल की बर्बादी काफी गंभीर मामला है। जनहित संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष एडवोकेट रामकुमार मेघवाल ने बताया कि लोग पानी का इंतजार करते रहते हैं, इधर पानी व्यर्थ बह रहा है। इस प्रकार कब तक कर्मचारियों की लापरवाही का खामियाजा जनता को भुगतना होगा। अब देखने वाली बात ये है कि लापरवाही दोषी कर्मचारियों पर किस प्रकार की कार्यवाही की जाती है या फिर खानापूर्ति की जाती है। लेकिन हजारों लीटर पेयजल व्यर्थ बह जाने से लोगों में आक्रोश जरूर है।