डॉ. सोनी के नेतृत्व में ‘रास्ता खोलो अभियान’ ने सुलझाई दशकों पुरानी समस्याएं
जयपुर। जिला कलेक्टर डॉ. जितेंद्र कुमार सोनी के नेतृत्व में शुरू किए गए ‘रास्ता खोलो अभियान’ ने ग्रामीण क्षेत्रों में दशकों से बंद पड़े रास्तों को खोलकर लोगों को बड़ी राहत दी है। महज 15 दिनों में जयपुर और जयपुर ग्रामीण क्षेत्र में 132 रास्ते खोले गए, जिससे ग्रामीणों को गांव और खेतों तक पहुंचने की सुविधा मिली।
अभियान की नोडल अधिकारी अतिरिक्त जिला कलेक्टर सुमन पंवार ने बताया कि 15 नवंबर से शुरू हुए इस अभियान के तहत सबसे अधिक 11 रास्ते जोबनेर तहसील में खोले गए, जबकि चौमूं और सांगानेर में 10-10, आमेर, शाहपुरा और फुलेरा में 9-9 रास्तों को पुनः चालू किया गया। किशनगढ़-रेनवाल, चाकसू, जमवारामगढ़ और बस्सी जैसे क्षेत्रों में भी ग्रामीणों को राहत मिली है।
ग्रामीणों का कहना है कि सिवायचक, कटानी और गैर-मुमकिन रास्तों पर दशकों से अतिक्रमण था, जिससे उनकी समस्याएं बढ़ रही थीं। इनमें से कुछ रास्ते 50 साल से अधिक समय से बंद थे। जिला प्रशासन ने सहमति और समझाइश के जरिए इन समस्याओं का समाधान किया।
जिला कलेक्टर ने इन रास्तों पर ग्रेवल और सीसी रोड बनाने के निर्देश दिए, जिनमें से कई पर काम शुरू हो गया है। न्यायालय में लंबित प्रकरणों के लिए संबंधित पक्षों को अदालत से राहत लेने की सलाह दी गई है।
ग्रामीणों ने प्रशासन की इस पहल को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि यह कदम न केवल उनकी समस्याओं का समाधान है, बल्कि जनता और प्रशासन के बीच विश्वास को मजबूत करने वाला है। ‘रास्ता खोलो अभियान’ जनसुनवाई में आई शिकायतों और अतिक्रमण की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए शुरू किया गया, जिससे कानून व्यवस्था पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ा है।