नगर भ्रमण पर निकले भगवान जुगल किशोर ने किया जल विहार 

नगर भ्रमण पर निकले भगवान जुगल किशोर ने किया जल विहार 


जयपुर टाइम्स 
रानोली। कस्बे के मेन बाजार में स्थित जुगल किशोर जी मंदिर में विराजमान ठाकुर जी को जल झुलनी एकादसी पर नगर भ्रमण के लिए पालिकी में सवार होकर  भगवान को भक्तो ने कंधो पर उठाकर नगर में गाजे बाजे के साथ घूमधाम से निकाला। गाजे बाजे के साथ महिलाए गीत गाते भक्ति की आराधना करते हुए  पालिकी के पीछे पीछे चल रही थी। पूजा अर्चना की गई सुख समृद्धि खुशहाली की मंगल कामना को लेकर पालकी को कांधा देने और निचे से निकलने के लिए बचो और महिला व भक्तो  की कतार लग गई। बच्चे धर्म ध्वजा लेकर तो पुरुष ठाकुरजी का जयघोष सहित प्रभु की भक्ति में नाचकर भक्त आराधना करते हुए चल रहे थे। 
रानोली नगर के प्रमुख मागों से होती हुई शोभायात्रा सायंकाल  श्री ठाकुरजी की पालकी जल विहार के लिए कांतलीं नदी तट शिश्यू पहुंची। शिश्यू कस्बे के श्री जुगल किशोर जी, श्री गोपीनाथ राजा, श्री लक्ष्मीनाथ राजा मन्दिर प्रागंण से नगर भ्रमण के लिए पालकी में सवार होकर दोपहर में 4 बजे  दो दर्जन से अधिक धार्मिक सहयोग से निकली शोभायात्रा में अनेक मनमोहक झांकियां भी शामिल हुई। दोनों पालकी कांतलीं नदी तट शिश्यू पहुंची। जहा का जलविहार करवाया गया। आरती प्रसाद वितरण के पश्चात शोभायात्रा संपत्र हुई। जल बिहार कर विमान प्रस्थान हुए। बबलू पारासर ने बताया है कि ढोल ग्यारस के दूसरे दिन वामन द्वादशी व्रत हिन्दू धर्म में महत्वपूर्ण है। भाद्रपद माह में शुक्ल पक्ष की बारहवीं तिथि को वामन द्वादशी कहते हैं। इस दिन भगवान विष्णु ने वामन अवतार के रूप में जन्म लिया था। हर साल भाद्रपद माह की शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि को वामन जयंती मनाई जाती है। यहां , ओमजी पाराशर रवि पाराशर, अंशु पाराशर, परसराम पाराशर आदि पंडित मौजूद रहें।