राज्यमंत्री झाबर सिंह खर्रा ने दिए सड़कों और सीवरेज के रखरखाव के निर्देश, 20-30 साल की योजना पर जोर

राज्यमंत्री झाबर सिंह खर्रा ने दिए सड़कों और सीवरेज के रखरखाव के निर्देश, 20-30 साल की योजना पर जोर

जयपुर, 15 सितंबर: राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) झाबर सिंह खर्रा ने रविवार को सचिवालय में आयोजित समीक्षा बैठक के दौरान मानसून के बाद क्षतिग्रस्त सड़कों और सीवरेज लाइनों की त्वरित मरम्मत पर जोर देते हुए अधिकारियों को महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मरम्मत कार्यों को केवल आज के लिए नहीं, बल्कि 20-30 साल की सोच के साथ किया जाना चाहिए।

 खर्रा ने सड़कों की मरम्मत और सीवरेज सफाई के कार्यों को समयबद्धता और गुणवत्ता के साथ पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने दीपावली से पहले सभी स्वच्छता संबंधित कार्यों को भी समय पर पूरा करने का आह्वान किया। बैठक में उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सीवरेज सफाई के कार्यों की वीडियोग्राफी करवाई जाए और सफाई के बाद मलबे को तुरंत हटा दिया जाए, ताकि नालों में अवरोध न हो।

सड़क और सीवरेज मरम्मत कार्यों में टीम वर्क पर जोर

 खर्रा ने कहा कि प्रमुख सड़कों का कार्य प्राथमिकता के साथ पूरा किया जाए और उसके बाद कॉलोनियों की सड़कों का कार्य शुरू हो। उन्होंने कहा कि जहां सीवरेज या ड्रेनेज का काम चल रहा हो, वहां पहले उसे पूरा किया जाए ताकि संसाधनों का सही उपयोग हो सके।

राइजिंग राजस्थान इन्वेस्टमेंट समिट और दीपावली से पहले कार्य पूर्ण करने के निर्देश

 खर्रा ने कहा कि राइजिंग राजस्थान इन्वेस्टमेंट समिट को ध्यान में रखते हुए सभी विभागों को समन्वय स्थापित कर कार्य करने चाहिए, ताकि दीपावली से पहले सभी सड़क मरम्मत और स्वच्छता के कार्य पूरे हो सकें। उन्होंने 2018 से 2023 तक के कार्यों में हुई गलतियों को सुधारने पर जोर देते हुए कहा कि आमजन को किसी भी तरह की परेशानी नहीं होनी चाहिए।

बजट घोषणाओं को समयबद्धता से पूरा करने की हिदायत

बैठक में  खर्रा ने बजट घोषणाओं के तहत स्वीकृत कार्यों को गारंटी पीरियड के भीतर पूरा करने पर जोर दिया। उन्होंने पीडब्ल्यूडी, पीएचईडी, ऊर्जा विभाग, और जेडीए को समन्वय बनाकर कार्य करने के निर्देश दिए ताकि योजनाएं धरातल पर जल्द उतर सकें।

इस बैठक में वैभव गालरिया, राजेश यादव, आनंदी, डॉ. रश्मि शर्मा सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी और मालवीय नगर विधायक  कालीचरण सर्राफ भी उपस्थित थे।