निर्जल हुई जहाजपुर की ऐतिहासिक नागदी नदी, जिम्मेदार नहीं दे पा रहे हैं ध्यान ।
जहाजपुर 18 जून (अनिल सोनी) जाजपुर कस्बे में श्री बड़ा नर्सिंग द्वारा के सामने स्थित ऐतिहासिक धार्मिक पौराणिक महत्व के नागरिक नदी अपना अस्तित्व खोकर अपनी दुर्दशा पर आंसू बहाते हुए आज निर्जल हो रही है। हमेशा जल से लबा-लब कल कल बहने वाली नागिन नदी के ऊपर पुलिया बनने से ही इसका स्वरूप समाप्त हो गया उसके बाद भी इसमें अतः गंदगी जमा है जिसकी सफाई करने व खुदाई करने के साथ ही ऐतिहासिक नागदी के जल शीर की धाराओं की वापस सफाई कराई जाए तो नागदी वापस कल कल बहने लगा सकती है। नागरी नदी के बहाव क्षेत्र में अतिक्रमण भी इसके नष्ट होने का कारण बन रहा है। कस्बे के जागरूक लोग वेद प्रकाश लखारा, पुखराज शर्मा, बच्चू सोनी, भंवर सिंह सोलंकी आशीष सेन, आदि का कहना है कि नागदी नदी के प्राचीन स्वरूप को वापस लाया जाए जिससे कि एक अच्छा जल स्त्रोत कस्बे वासियों को उपलब्ध हो सके । नागदी नदी के किनारे ही शमशान घाट स्थित है जहा
पर व्यक्ति के अंतिम संस्कार के बाद की क्रिया संपन्न होती है । यहां तक की गरीबों तबके के लोग गंगा जी नहीं जाकर अपने परिजनो की अस्थियां भी यही विसर्जित करते हैं जो कि इस पानी में गल जाती है । नदी का इतना धार्मिक महत्व होने के बावजूद इसकी दुर्दशा को सुधारने के लिए जिम्मेदार जनप्रतिनिधि और संगठन आगे आए तो हालात बदल सकते हैं।