अतिक्रमण ने फिर जकड़ा अलवर, निगम की निष्क्रियता पर सवाल
अलवर।शहर में अतिक्रमण का मुद्दा दिन-प्रतिदिन गंभीर होता जा रहा है। बाजार, गली, और यहां तक कि नगर निगम कार्यालय के आसपास के इलाके भी अतिक्रमण से अछूते नहीं हैं। दुकानदारों ने बरामदों और फुटपाथों पर कब्जा जमा लिया है, जिससे राहगीरों और वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
घंटाघर, होप सर्कस, बजाजा बाजार, और त्रिपोलिया जैसे व्यस्ततम इलाकों में अतिक्रमण के चलते सड़कों पर पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है। शिकायत मिलने पर नगर निगम की टीमें केवल ठेले-थड़ी वालों पर कार्रवाई कर इतिश्री कर लेती हैं, जबकि स्थायी अतिक्रमण करने वाले प्रभावशाली लोग बच निकलते हैं।
केडलगंज में स्थायी निर्माण कर किए गए अतिक्रमण पर निगम की मिलीभगत का आरोप लगाया जा रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि बार-बार शिकायत करने के बावजूद स्थायी अतिक्रमण नहीं हटाए जा रहे हैं। नगर निगम की निष्क्रियता पर सवाल उठाते हुए लोगों ने आरोप लगाया कि निगम केवल औपचारिक जवाब देकर अपनी जिम्मेदारियों से बच रहा है।
नगर निगम के अधिकारी स्वच्छता और यातायात सुधार के दावे तो करते हैं, लेकिन ठोस कदम उठाने में नाकाम रहते हैं। अब देखना यह है कि निगम कब तक इस समस्या को हल करता है या फिर जनता को न्यायालय का सहारा लेना पड़ेगा।