जल संरक्षण पर जागरूकता: नई पीढ़ी को दिया जल का महत्व समझाने का संदेश
सरदारशहर। आरयूआईडीपी के सामुदायिक जागरूकता एवं जन सहभागिता कार्यक्रम के तहत मदरसा इस्लामिया वार्ड 37 में विद्यार्थियों के लिए जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें नई पेयजल वितरण प्रणाली और जल संरक्षण के महत्व पर जोर दिया गया।
कार्यक्रम की मुख्य बातें:
सामाजिक विकास अधिकारी विकास शर्मा ने जल संरक्षण पर प्रकाश डालते हुए कहा, *"जल है तो कल है"*। उन्होंने जल के अंधाधुंध बर्बादी को रोकने और इसे संरक्षित करने की जरूरत पर बल दिया। जल संकट का समाधान केवल जल संरक्षण से ही संभव है। नई जल प्रदाय योजना के तहत पानी पर्याप्त मात्रा और उचित दबाव के साथ मीटरयुक्त मिलेगा, जिससे बर्बादी कम होगी।
उन्होंने बच्चों को दैनिक जीवन में पानी बचाने की आदतें अपनाने के सुझाव दिए, जैसे फर्श धोने के लिए पोछे का उपयोग करना और सेविंग के दौरान मग में पानी लेकर काम करना।
जनसंख्या वृद्धि और जल संकट:
शर्मा ने बताया कि बढ़ती जनसंख्या, शहरीकरण और औद्योगीकरण के कारण प्रति व्यक्ति पानी की उपलब्धता लगातार घट रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर आज जल संरक्षण नहीं किया गया, तो आने वाली पीढ़ियां स्वच्छ पानी के लिए तरसेंगी।
मदरसे के प्रिंसिपल खुर्शीद आलम ने कहा कि बच्चों को जल संरक्षण का महत्व सिखाना उनके भविष्य के लिए आवश्यक है। कार्यक्रम में आरयूआईडीपी की इस पहल की सराहना की गई।
सहयोगी टीम और सहभागिता:
सोशल आउटरीच टीम से अंकित जोशी, पवन सिंह, और अध्यापक यकील सैयद, जावेद तागला, अली मोहम्मद, नाजम सैयद ने कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोग किया। इस पहल से बच्चों में जल संरक्षण की भावना विकसित करने का प्रयास किया गया।