युग पुरुष थे बाबा साहेब अम्बेडकर - सेठिया

युग पुरुष थे बाबा साहेब अम्बेडकर - सेठिया


चूरू। " भारत रत्न डॉ.बाबा साहेब अम्बेडकर का राष्ट्र निर्माण में योगदान व आज के युग मे उनके विचारों की प्रासंगिकता" विषय को लेकर मोचीवाड़ा स्थित स्थानीय बालिका आदर्श विद्या मंदिर चूरू में रविवार मरुधरा विचार मंच के सौजन्य से  आयोजित विचार गोष्ठी में बाबा साहेब के आदर्श पर चलने का आह्वान किया गया।
गोष्ठी में मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत संपर्क प्रमुख डॉ.हेमन्त सेठिया ने कहा भारत रत्न डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की शिक्षाएं आज भी समाज के लिए प्रासंगिक है। उन्होंने डॉक्टर भीमराव अंबेडकर को एक युग दृष्टा बताते हुए कहा कि बाबा साहेब का संपूर्ण जीवन मानव कल्याण के लिए समर्पित रहा उनमें राष्ट्रभक्ति कूट-कूट कर भरी हुई थी।
उनका यह विचार था कि जब तक समाज के अंतिम पायदान पर खड़े हुए व्यक्ति को न्याय नहीं मिलेगा तब तक भारत एक राष्ट्र के रूप में अपनी पताका नहीं पहरा पाएगा। उनकी सोच और शिक्षाओं का ही प्रभाव है कि आज भारत विश्व में एक अपनी पहचान बनाने में सफल हुआ है। 
उन्होंने सभी लोगों से अपील की वे बाबा साहब की शिक्षाओं से प्रेरणा ग्रहण करें आने वाली पीढ़ी को बाबा साहब के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी हो सके इसके प्रयास करें। उन्होंने सरसंघचालक मोहन भागवत के द्वारा एक कुआं एक मंदिर और एक श्मशान की अवधारणा को विस्तृत रूप से समझाते हुए कहा कि जब तक संपूर्ण समाज में प्रतीक व्यक्ति इन तीनों स्थानों पर एक रूप होकर कार्य नहीं करेगा तब तक समाज में एकरूपता स्थापित नहीं हो सकती। अंबेडकर का भी यही सपना था कि संपूर्ण समाज में इस प्रकार की व्यवस्था हो। आज राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की विचारधारा में भी इन्हीं विचारों को समाहित किया जा रहा। गोष्ठी की अध्यक्षता कर रहे 
मोहन लाल आर्य ने कहा बाबा साहब की शिक्षाएं हम सबको आज भी प्रेरित करती हैं। उनका का एकमात्र उद्देश्य था इस देश के प्रत्येक व्यक्ति को शिक्षित करना एवं समाज में व्याप्त भेदभाव को मिटाना।
इस अवसर पर रामगोपाल शर्मा, राजेंद्र गहलोत, जिला प्रमुख वंदना आर्य, किशनलाल गहनोलिया, पवन दाधीच सहित अनेक प्रबुद्ध जनों ने बाबा साहब के जीवन पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम का संचालन अशोक शर्मा ने किया। मरुधरा विचार मंच के संरक्षक विश्वनाथ चौधरी ने सभी आगंतुकों का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में मोतीलाल सोनी, नरेंद्र काछवाल दौलत तंवर, प्रभा धन्धावत, नीरज जांगिड़ व राजीव शर्मा सहित अनेक गणमान्य उपस्थित रहे।