"ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर और विधायक इंदिरा मीणा के बीच गरमागरम बहस, बैठक में बढ़ा तनाव"

"ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर और विधायक इंदिरा मीणा के बीच गरमागरम बहस, बैठक में बढ़ा तनाव"

सवाई माधोपुर। ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर के सवाई माधोपुर दौरे के दौरान बिजली विभाग की समीक्षा बैठक में बामनवास विधायक इंदिरा मीणा और ऊर्जा मंत्री के बीच तीखी बहस हो गई। बैठक में खंडार विधायक जितेंद्र गोठवाल और भाजपा जिला अध्यक्ष सुशील दीक्षित सहित कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे।  

विधायक मीणा ने उठाए सवाल:  
बैठक के दौरान विधायक इंदिरा मीणा ने अपने क्षेत्र में अधूरे पड़े 132 केवी जीएसएस का मुद्दा उठाया और किसानों को दिन में थ्री-फेज बिजली और डीपी समय पर उपलब्ध न होने की शिकायत की। उन्होंने सवाल किया कि उनके क्षेत्र की बिजली समस्याओं का समाधान कब होगा। जब मंत्री की ओर से संतोषजनक जवाब नहीं मिला, तो बहस बढ़ गई।  

ऊर्जा मंत्री का पलटवार: 
ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पूर्ववर्ती सरकार के कार्यकाल में बिजली विभाग में भ्रष्टाचार हुआ और नकारा ठेकेदारों व कर्मचारियों को हटाया गया। मंत्री ने ठेकेदारी प्रथा को खत्म करने का भी दावा किया।  

हॉट टॉक में खंडार विधायक भी शामिल:  
मंत्री का पक्ष लेते हुए खंडार विधायक जितेंद्र गोठवाल ने कहा कि विधायक मीणा केवल सस्ती लोकप्रियता के लिए इस तरह की बयानबाजी कर रही हैं। इस पर मीणा और गोठवाल के बीच भी गरमागरम बहस हो गई। यहां तक कि भाजपा समर्थकों और विधायक मीणा के बीच भी टकराव की स्थिति बन गई।  

मंत्री की सफाई:
मामले पर सफाई देते हुए ऊर्जा मंत्री नागर ने कहा कि वे क्षेत्र की समस्याओं का बिना भेदभाव समाधान करते हैं, लेकिन विधायक मीणा का रवैया उनकी समझ से परे है।  

इस बैठक ने बिजली व्यवस्था की समस्याओं पर चर्चा से ज्यादा राजनीतिक गरमागरमी का माहौल बना दिया।