फार्मर फ़ोरम ने आयोजित की स्मृति सभा, दो कृषि विभूतियों को किया याद
जोबनेर, रविवार: ऐतिहासिक एस.के.एन. सी. सै. स्कूल के प्रांगण में फार्मर फ़ोरम संस्था द्वारा पूर्व एलुमनाई और कृषि जगत की दो महान विभूतियों, डॉ. रामसुख बाना और डॉ. बलदेव राम की स्मृति में एक सभा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर फार्मर फ़ोरम के सचिव बी.एल. मंडीवाल ने दोनों महानुभावों के जीवन परिचय और कृषि शिक्षा, प्रसार, और शोध में उनके उल्लेखनीय योगदानों पर प्रकाश डाला।
डॉ. रामसुख बाना और डॉ. बलदेव राम ने कृषि विद्यार्थियों और किसानों के जीवन स्तर में सुधार लाने के लिए महत्वपूर्ण कार्य किए। उनके योगदान से कृषि क्षेत्र में कई नवाचार हुए, जिनका लाभ आज भी किसान और कृषि विद्यार्थी उठा रहे हैं। स्मृति सभा में दोनों विभूतियों के प्रति सम्मान व्यक्त करते हुए फार्मर फ़ोरम ने उनकी याद में दो वार्षिक पुरस्कारों की स्थापना की घोषणा की। इनमें 'डॉ. रामसुख बाना मेमोरियल कृषि प्रोत्साहन पुरस्कार' और 'डॉ. बलदेव राम मेमोरियल युवा वैज्ञानिक पुरस्कार' शामिल हैं। इन पुरस्कारों का वितरण आगामी साधारण सभा में किया जाएगा।
पुरस्कारों के लिए आवेदन फार्मर फ़ोरम की वेबसाइट पर मांगे जाएंगे। चयन प्रक्रिया के लिए डॉ. मदन लाल देगड़ा, जीएसटी उपायुक्त और एलुमनाई सचिव की अध्यक्षता में पांच-पांच सदस्यीय समिति गठित की गई है। यह समिति प्राप्त आवेदनों पर अंतिम निर्णय लेकर पुरस्कार प्राप्तकर्ताओं का चयन करेगी।
फार्मर फ़ोरम अपने मोटो 'सशक्त युवा, समृद्ध किसान और खुशहाल गाँव' के तहत निरंतर कार्यरत है। किसानों और ग्रामीणों की जागरूकता बढ़ाने के लिए किसान चौपालों और संगोष्ठियों का आयोजन कर रहा है। भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री किसान मसीहा चौधरी चरण सिंह के विचार, "देश की समृद्धि का रास्ता खेत खलिहान से होकर गुजरता है।" को सार्थक करते हुए फार्मर फ़ोरम की टीम जमीन पर निरंतर प्रयासरत है।
इस आयोजन ने कृषि क्षेत्र में डॉ. रामसुख बाना और डॉ. बलदेव राम के योगदानों को यादगार बनाया और उनके विचारों को प्रसारित करने का संकल्प लिया।