तम्बाकू उत्पाद के उपयोग से शरीर व धन दोनों का नुकसान : मीणा

तम्बाकू उत्पाद के उपयोग से शरीर व धन दोनों का नुकसान : मीणा


जिला परिषद सभागार में तम्बाकू निषेध जागरूकता कार्यशाला व सम्मान समारोह आयोजित
चूरू । तम्बाकू उत्पादों से होने वाले दुष्प्रभाव के लिये चल रहे जागरुकता सप्ताह के तहत शुक्रवार को जिला कलक्ट्रेट परिसर स्थित जिला परिषद् सभागार में जागरुकता कार्यशाला का आयोजन किया गया। 
इस दौरान मुख्य अतिथि मुख्य कार्यकारी अधिकारी पीआर मीणा ने तम्बाकू उत्पाद के उपयोग से होने वाले नुकसान के बारे में सभी को जागरूक किया। उन्होंने बताया कि तम्बाकू उत्पाद से शरीर को नुकसान के साथ धन का भी नुकसान होता हैं। उन्होंने सभी तम्बाकू उत्पादों से दूर रहने तथा दूसरों को प्रेरित करने का आह्वान किया। 
कार्यक्रम में सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के सहायक निदेशक कुमार अजय ने तम्बाकू उत्पादों से शरीर में होने वाली गंभीर बीमारियों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि तम्बाकू उत्पादों के उपयोग पर रोक प्रचार-प्रसार के माध्यम से हो सकती है। तम्बाकू उत्पादों के दुष्प्रभाव के बारे में व्यक्ति एक दूसरे को जागरुक कर सकते हैं।  
अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकरी डॉ. अहसान गौरी ने बताया कि विश्व तम्बाकू निषेध दिवस 31 मई से पूर्व जागरुकता सप्ताह आयोजित कर आमजन को तम्बाकू उत्पाद से होने वाले दुष्प्रभावों से सचेत किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जागरुकता सप्ताह के तहत कार्यशाला व चालान कार्रवाई की जा रही है। इसके अलावा प्रचार-रथ के माध्यम से आमजन को तम्बाकू उत्पादों के सेवन से होने वाले नुकसान के बारे में बताया गया है। राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम की जिला सलाहकार डॉ. लाड कंवर ने बताया कि तम्बाकू व अन्य नशीले उत्पादों से होने वाले नुकसान के बारे में जागरुक करने के लिये हर वर्ष 31 दिसम्बर को युवाओं से दूध से नववर्ष का  शुभारंभ करने का आह्वान किया गया।

तम्बाकू निषेध की दिलाई शपथ, प्रशस्ति पत्र देकर किया सम्मान
डॉ. गौरी ने बताया कि कार्यशाला के दौरान जिला स्तर पर तम्बाकू निषेध कार्यक्रम में उत्कृष्ट कार्य करने वाले विभिन्न विभागों के 50 से अधिक अधिकारियों व कार्मिकों का सम्मान किया गया तथा उपस्थित सभी को तम्बाकू निषेध की शपथ दिलवाई। 
इस दौरान जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक) निसार अहमद खान, जिला शिक्षा अधिकारी (प्रारंभिक) संतोष महर्षि, उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा.देवकरण गुरावा, आरसीएचओ डॉ. विश्वास मथुरिया, बीसीएमओ डा. जगदीश सिंह भाटी, आईईसी कॉर्डिनेटर रतन सिंह, डॉ. मनीष तिवाड़ी, डॉ.विकास सोनी, डॉ चंदन सुण्डा, डीपीएम आशीष खण्डेलवाल, संग्राम सिंह, एनसीडी के समन्वयक प्रेमप्रकाश शर्मा, एनटीसीपी के सोशयल वर्कर राजेश शर्मा, सांख्यिकी निरीक्षक मुकुल शर्मा, हेमंत शर्मा, बीएनओ ताराचंद व हेमराज शर्मा मौजूद रहे।