बांग्लादेश को चेतावनी: हिंदुओं पर हमले रोको, नहीं तो व्यापार पर लगेगा प्रतिबंध
कोलकाता।बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमलों के विरोध में पश्चिम बंगाल में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार को चेतावनी दी है कि यदि अल्पसंख्यक हिंदुओं और उनकी संस्थाओं पर हमले नहीं रुके, तो भारत बांग्लादेश के साथ व्यापार पर चरणबद्ध तरीके से प्रतिबंध लगाएगा।
पेट्रापोल सीमा पर विरोध प्रदर्शन:
सोमवार को पेट्रापोल अंतरराष्ट्रीय सीमा पर 24 घंटे का व्यापार बंद कर विरोध जताया गया। इस विरोध का आयोजन बंगिया हिंदू समिति और अन्य संगठनों ने किया। शुभेंदु अधिकारी ने कहा, **"यह केवल शुरुआत है। अगर अगले हफ्ते तक हमले नहीं रुके, तो हम पांच दिनों के लिए व्यापार रोकेंगे। नए साल के बाद यह प्रतिबंध अनिश्चितकाल तक जारी रहेगा।"
1971 की तरह सख्ती की चेतावनी
शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि यदि बांग्लादेश ने अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं की, तो भारत 1971 की तरह कदम उठाने से नहीं हिचकेगा। उन्होंने कहा, "भारत अब दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। अगर हमारे ध्वज और हिंदू समुदाय का अपमान किया गया, तो हम उन्हें आत्मसमर्पण करने पर मजबूर कर देंगे।"
सीमा पर मार्च और प्रदर्शन:
अधिकारी और भाजपा नेताओं ने पेट्रापोल जीरो प्वाइंट तक मार्च निकाला और विरोध के प्रतीक के रूप में गुब्बारे छोड़े। उन्होंने बांग्लादेश में हिंदू साधु की रिहाई और अल्पसंख्यकों पर अत्याचार रोकने की मांग की। अधिकारी ने कहा कि यह विरोध केवल एक बार का नहीं है, बल्कि इसे पश्चिम बंगाल के अन्य सीमा बिंदुओं पर भी आयोजित किया जाएगा।
यह प्रदर्शन पार्टी सीमाओं से परे जाकर हिंदू समुदाय को जोड़ने का प्रयास है और इसमें राजनीतिक भेदभाव से ऊपर उठने की अपील की गई है।