सलूंबर और डूंगरपुर को राष्ट्रीय दिव्यांगजन सशक्तिकरण पुरस्कार से सम्मानित
जयपुर। अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस के अवसर पर राजस्थान के सलूंबर और डूंगरपुर जिलों को राष्ट्रीय दिव्यांगजन सशक्तिकरण पुरस्कार—2024 से सम्मानित किया गया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित समारोह में सलूंबर के जिला कलेक्टर जसमीत सिंह संधू और डूंगरपुर के जिला कलेक्टर अंकित कुमार सिंह को यह पुरस्कार प्रदान किया।
सलूंबर के कलेक्टर जसमीत सिंह संधू ने बताया कि 'सुगम्य भारत अभियान' के तहत जिले की 1,000 से अधिक सरकारी इमारतों को दिव्यांगजनों के लिए सुगम्य बनाया गया है। इसके लिए रैंप और लिफ्ट जैसी सुविधाएं प्रदान की गईं। घर-घर सर्वेक्षण कर 5,900 दिव्यांग प्रमाण पत्र और 4,400 यूडीआईडी कार्ड जारी किए गए। गैर सरकारी संगठनों और विभिन्न विभागों के सहयोग से दिव्यांगजनों के लिए जागरूकता और सुविधाओं का विस्तार किया गया।
डूंगरपुर के जिला कलेक्टर अंकित कुमार सिंह ने 'नो वन लेफ्ट बिहाइंड' अभियान के तहत 8,692 दिव्यांगजनों को पेंशन, 5,100 यूडीआईडी कार्ड, और 217 स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से 1,057 दिव्यांगजनों को सहायता प्रदान की। मनरेगा के तहत 2023-24 में 7,232 दिव्यांगजनों ने 2.5 लाख कार्य दिवस सृजित कर 4.60 करोड़ रुपये की मजदूरी अर्जित की।
उल्लेखनीय है कि यह पुरस्कार हर साल 3 दिसंबर को उन व्यक्तियों, संगठनों और जिलों को दिया जाता है, जिन्होंने दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण और समावेशन के लिए उत्कृष्ट कार्य किया हो। यह पुरस्कार दिव्यांगजनों के अधिकारों, उनकी समस्याओं और उनके सशक्तिकरण के प्रति समाज में जागरूकता बढ़ाने का एक प्रयास है।