उपचुनाव के बाद राजस्थान विधानसभा का नया समीकरण: सात विधायकों ने ली शपथ

उपचुनाव के बाद राजस्थान विधानसभा का नया समीकरण: सात विधायकों ने ली शपथ

जयपुर। राजस्थान विधानसभा उपचुनाव में विजयी सात विधायकों ने मंगलवार को विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी के चैंबर में शपथ ग्रहण की। नवनिर्वाचित विधायकों में रेवतराम डांगा, शांता देवी मीणा, डीसी बैरवा, राजेंद्र गुर्जर, राजेंद्र भांबू, सुखवंत सिंह, और अनिल कटारा शामिल हैं। 

रेवतराम डांगा ने खींवसर सीट पर आरएलपी संयोजक हनुमान बेनीवाल की पत्नी कनिका बेनीवाल को हराकर जीत हासिल की और ट्रैक्टर पर सवार होकर विधानसभा पहुंचे, जो चर्चा का विषय रहा। दौसा से डीसी बैरवा ने कांग्रेस का प्रतिनिधित्व करते हुए जीत दर्ज की, जबकि सलूंबर से शांता देवी मीणा, देवली-उनियारा से राजेंद्र गुर्जर, झुंझुनूं से राजेंद्र भांबू और रामगढ़ से सुखवंत सिंह ने बीजेपी की जीत को मजबूत किया। भारत आदिवासी पार्टी के गढ़ चौरासी से अनिल कटारा ने जीत दर्ज कर पार्टी को विधानसभा में तीसरे स्थान पर पहुंचा दिया।  

विधानसभा समीकरण में बदलाव 
उपचुनाव के नतीजों के बाद बीजेपी की संख्या बढ़कर 119 हो गई है, जबकि कांग्रेस 70 से घटकर 67 पर आ गई है। आरएलपी को खींवसर में हार के साथ विधानसभा से बाहर होना पड़ा है। बीएसपी के दो और आठ निर्दलीय विधायक अब भी सदन में हैं।  

उपचुनाव की पृष्ठभूमि 
13 नवंबर को हुए उपचुनाव के नतीजे 23 नवंबर को जारी हुए थे। दौसा, खींवसर, चौरासी, झुंझुनूं, और देवली-उनियारा सीटों के विधायक सांसद चुने जाने के कारण ये सीटें खाली हुई थीं। रामगढ़ और सलूंबर सीटें विधायकों के निधन के चलते खाली हुई थीं।  

रेवतराम डांगा का ट्रैक्टर से आना और डीसी बैरवा का संविधान की किताब लेकर पहुंचना इस बात को दर्शाता है कि ये नेता अपने प्रतीकों और जनता के मुद्दों के प्रति प्रतिबद्ध हैं। अब सभी की नजर इन नए विधायकों के प्रदर्शन पर होगी।