संसद गतिरोध समाप्त: संविधान पर बहस के लिए पक्ष-विपक्ष में सहमति
एजेंसी
नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र में चल रहे गतिरोध को समाप्त करने के लिए सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच सहमति बन गई है। विपक्ष की मांगों और सत्ता पक्ष के रवैये के कारण अब तक संसद के छह दिन हंगामे की भेंट चढ़ गए थे। इस गतिरोध को खत्म करने के लिए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने विभिन्न दलों के नेताओं के साथ बैठक की, जिसमें महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।
संविधान पर बहस की सहमति:
बैठक में दोनों पक्ष संविधान पर चर्चा के लिए सहमत हुए हैं। संसदीय कार्य मंत्री किरण रिजिजू ने बताया कि 13 और 14 दिसंबर को लोकसभा और 16-17 दिसंबर को राज्यसभा में इस मुद्दे पर बहस होगी। उन्होंने उम्मीद जताई कि संसद अब सुचारु रूप से कार्य करेगी।
सपा-तृणमूल को मुद्दे उठाने की अनुमति:
सूत्रों के अनुसार, समाजवादी पार्टी को संभल हिंसा और तृणमूल कांग्रेस को बांग्लादेश की घटनाओं पर लोकसभा में मुद्दे उठाने की अनुमति दी जा सकती है। हालांकि, अदाणी समूह से जुड़े विवाद पर विशेष चर्चा की संभावना कम है। विपक्षी सदस्य अन्य बहसों के दौरान इस मुद्दे को उठा सकते हैं।
टीएमसी ने अदाणी विवाद को दी कम प्राथमिकता:
कुछ विपक्षी दल, विशेष रूप से तृणमूल कांग्रेस, अदाणी विवाद को प्राथमिकता देने के बजाय बेरोजगारी, महंगाई और केंद्र द्वारा विपक्षी शासित राज्यों के साथ कथित भेदभाव जैसे मुद्दों पर चर्चा चाहते हैं।
गतिरोध खत्म होने और चर्चा शुरू होने की सहमति के साथ, संसद का कार्य अब सुचारु रूप से चलने की संभावना है, जिससे कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर विचार-विमर्श हो सकेगा।