यूपी में अपराध मिटा सकते है तो राजस्थान में क्यों नहीं - सीएम योगी

यूपी में अपराध मिटा सकते है तो राजस्थान में क्यों नहीं - सीएम योगी

अलवर। हम यूपी में अपराध मिटा सकते है तो राजस्थान में क्यों नहीं मिटाया जा सकता। ये बात बुधवार को यूपी के सीएम आदित्याथ योगी ने कही। उन्होंने कहा कि राजस्थान में इस बार भाजपा की सरकार बनेगी। वे बुधवार को अलवर सांसद और भाजपा प्रत्याशी बालकनाथ का बुधवार को नामांकन दाखिल करने से पहले जनसभा को सम्बोधित करने हेलीकॉप्टर से आए थे।
इस दौरान यूपी सीएम योगी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि राजस्थान मैं कांग्रेस सरकार हिंदू विरोधी सरकार है। राजस्थान में गोमाता को नुकसान होता है। अपराध, गोकशी, बलात्कार में राजस्थान प्रसिद्ध हो गया है। हम यूपी में अपराध मिटा सकते है तो राजस्थान में क्यों नहीं मिटाया जा सकता। वे बोले कि बालकनाथ का अपना कोई परिवार नहीं है। बालकनाथ ने तिजारा को ही अपना परिवार माना है। उनका एक ही मकसद कोई भी इंसान परेशान नहीं हो, इसलिए बालकनाथ तिजारा आए है। उन्होंने इस दौरान मोदी सरकार की जमकर तारीफ की। मोदी सरकार की योजनाओं की भी क्षेत्रीय जनता को जानकारी दी। सीएम योगी ने मोदी को संत के रूप में काम करने वाला प्रधानमंत्री बताया। उन्होंने कहा कि अब राजस्थान में रामराज्य बनाएंगे। यूपी की तर्ज पर डबल इंजन की सरकार लाएंगे। यूपी की तरह अपराधियों में यहां भी खौफ होगा।
सीएम योगी ने कह कि राजस्थान में कन्हैया के परिवार को 5 लाख का सहयोग भी बडी मुश्किल से मिलता है जबकि गोतस्करी को सरकार 50 लाख की सहायता दे देती है। आखिर यह भेदभाव क्यों है।
इस दौरान महंत बालकनाथ ने सभा को संबोधित करते हुए कि अलवर की भूमि सौभाग्यशाली है। यहां से राजस्थान की जीत का शंखनाद बुधवार से शुरू हो गया है। पहले प्रत्याशी के रूप मैं वे नामांकन दाखिल कर रहे है। जहां पहली बार यूपी के सीएम आदित्यनाथ योगी का आगमन है, जो जीत का संकेत है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में भाजपा का झंडा लहराएगा। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस को भी आड़े हाथ लिया। जनसभा में सीएम योगी आदित्यनाथ ने भाजपा का दुपट्टा पहनाकर पार्टी में भजनलाल सैनी, नारायण, हितेश यादव, भारत सैनी, नवीन यादव, अशोक यादव, निरंजन सैन, सफल प्रजापत, फूलसिंह सैनी आदि को पार्टी में शामिल किया। जनसभा में पूर्व सभापति संदीप दायमा, अलवर प्रभारी लक्ष्मीकांत, भाजपा नेता रामकिशन, पूर्व विधायक बनवारी लाल सिंघल, जिलाध्यक्ष उमेद रामबीर, योगेंद्रनाथ महाराज बलनाथ, रामनाथ महाराज फूलनाथ महाराज सहित बड़ी संख्या में साधु संत मौजूद रहे।