जनजाति समाज का स्वतन्त्रता आंदोलन में रहा अहम योगदान

जनजाति समाज का स्वतन्त्रता आंदोलन में रहा अहम योगदान


बिजौलियां(जगदीश सोनी)।आजादी के अमृत महोत्सव के तहत राष्ट्रीय जनजाति आयोग दिल्ली की प्रेरणा से पथिक महाविद्यालय बिजौलियां द्वारा भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में जनजाति समाज का योगदान विषय पर
संगोष्ठी का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता राजकीय विधि महाविद्यालय भीलवाड़ा के सहायक प्राचार्य डॉ. राकेश डामोर ने कहा कि भारत में निवासरत सभी व्यक्ति जनजाति समाज का अभिन्न अंग है। रामायण -महाभारत काल से लेकर महाराणा प्रताप-शिवाजी तक संघर्ष में जनजाति समाज एकत्रित होकर स्वतंत्रता की लड़ाई में सम्मिलित रहे। भारतीय सीमाओं की सुरक्षा हेतु प्रथम पंक्ति में वनवासी भाइयों का योगदान रहा। उन्होंने क्षेत्र के जननायकों को याद किया। कार्यक्रम में जनजाति सुरक्षा मंच के प्रांत कार्यकारिणी सदस्य अरविंद कुमार  ने भी विचार व्यक्त किए।कार्यक्रम का संचालन पं.स. सदस्य हितेंद्र सिंह राजोरा ने किया।कार्यक्रम की अध्यक्षता जनजाति सुरक्षा मंच जिला अध्यक्ष रामचंद्र भील ने की।मुख्य अतिथि लक्ष्मण मीणा रहे।छात्र- छात्राएं एवं ग्रामवासी मौजूद रहे।