सिबलिंग्स संग पलने वाले बच्चे होते हैं ज्यादा हेल्दी: जानिए 8 फायदे और पेरेंटिंग की अहम भूमिका

भाई-बहनों के साथ बचपन बिताना न सिर्फ खूबसूरत यादें देता है, बल्कि बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास में भी बड़ा योगदान करता है। साइकोलॉजिस्ट्सऔर रिसर्च स्टडीज़ इस बात की पुष्टि करती हैं कि जिन बच्चों के भाई-बहन होते हैं, वे भावनात्मक रूप से ज्यादा संतुलित, समझदार और सोशल स्किल्स में तेज होते हैं।
8 फायदे जो बच्चों को सिबलिंग्स से मिलते हैं
1. सहानुभूति विकसित होती है: भाई-बहनों से जुड़ाव बच्चों में दूसरों की भावनाएं समझने की क्षमता बढ़ाता है।
2. संवाद कौशल मजबूत होता है: सिबलिंग्स के साथ रोज़मर्रा की बातचीत बच्चों को जल्दी और बेहतर कम्यूनिकेट करना सिखाती है।
3. कन्फ्लिक्ट हैंडलिंग आती है: झगड़े और मनमुटाव के बावजूद सुलह की आदत बच्चों को जिंदगी में परिपक्व बनाती है।
4. भावनात्मक सहारा मिलता है: भाई-बहन एक-दूसरे के लिए सपोर्ट सिस्टम बनते हैं, खासकर मुश्किल समय में।
5.कम शर्मीले होते हैं:अमेरिका की पार्क यूनिवर्सिटीकी रिपोर्ट के मुताबिक, ऐसे बच्चों में हिचकिचाहट और शर्म का स्तर कम होता है।
6.जल्दी सीखते हैं सोशल स्किल्स: सिबलिंग्स बच्चों को टीमवर्क, साझेदारी और टर्न लेने जैसी स्किल्स जल्दी सिखा देते हैं।
7. रिस्क लेने में हिचक नहीं होती: उन्हें यह भरोसा होता है कि गलती भी की तो भाई-बहन साथ हैं।
8. खुश और संतुलित रहते हैं: मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होता है और अकेलापन महसूस नहीं होता।
पेरेंटिंग की भूमिका भी अहम:
माता-पिता को चाहिए कि वे बच्चों के बीच तुलना न करें, दोनों को बराबर प्यार दें और उनकी भावनाओं को समझें। तभी सिबलिंग्स के रिश्ते का असली लाभ मिल पाता है।