सरकारी अस्पतालों में डायलिसिस मशीनें नहीं लगने पर सरकार सख्त, जिलेवार रिपोर्ट तलब   7 दिन में अधिकारियों को मशीनें चालू करने के निर्देश, टेक्नीशियन की कमी बनी बड़ी चुनौती

 सरकारी अस्पतालों में डायलिसिस मशीनें नहीं लगने पर सरकार सख्त, जिलेवार रिपोर्ट तलब   7 दिन में अधिकारियों को मशीनें चालू करने के निर्देश, टेक्नीशियन की कमी बनी बड़ी चुनौती

जयपुर। प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में किडनी के मरीजों के लिए भेजी गई डायलिसिस मशीनें अब तक न लगने पर सरकार ने सख्त रुख अपनाते हुए जिलेवार रिपोर्ट तलब की है। अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि सभी डायलिसिस मशीनों को जल्द से जल्द चालू किया जाए, ताकि मरीजों को राहत मिल सके।

आरएमएससीएल द्वारा 30 करोड़ रुपये की लागत से खरीदी गईं इन मशीनों का पिछले एक वर्ष से उपयोग नहीं हो पाया है। सरकार ने सभी जिलों के अधिकारियों से 7 दिन में रिपोर्ट मांगी है, जिसमें यह बताना होगा कि किन स्थानों पर मशीनें लगी हैं और कहां नहीं। जिन जगहों पर मशीनें नहीं लगीं, उनके कारण भी बताने होंगे। 

यदि सभी जिलों में डायलिसिस सुविधाएं चालू हो जाती हैं तो मरीजों को एसएमएस अस्पताल तक जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। वर्तमान में एसएमएस अस्पताल में डायलिसिस के लिए 5-7 दिनों की वेटिंग है, जिससे मरीजों को आर्थिक बोझ और यात्रा की परेशानी झेलनी पड़ती है।