मेदांता ने अलवर में बच्चों के रक्त कैंसर पर जागरूकता सत्र आयोजित किया
अलवर। भारत के प्रमुख सुपरस्पेशलिटी अस्पतालों में से एक, मेदांता द मेडिसिटी ने अलवर में बच्चों में रक्त कैंसर और उसके आधुनिक उपचार विधियों पर जागरूकता बढ़ाने के लिए एक सत्र का आयोजन किया। इस सत्र का नेतृत्व मेदांता, गुरुग्राम के पीडियाट्रिक हेमेटो-ऑन्कोलॉजी एवं बोन मैरो ट्रांसप्लांट विभाग के निदेशक, डॉ. एस.पी. यादव ने किया।
डॉ. यादव ने मेडिकल समुदाय को बोन मैरो ट्रांसप्लांट (बीएमटी) और सीएआर-टी सेल थेरेपी के बारे में जानकारी दी, जो बच्चों में रक्त कैंसर और रक्त विकारों के उपचार में महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने बताया कि रक्त कैंसर, या हेमेटोलॉजिक कैंसर, रक्त, बोन मैरो, या लिंफेटिक सिस्टम को प्रभावित करता है, जिससे शरीर की संक्रमण से लड़ने की क्षमता कम हो जाती है। विश्व स्तर पर हर साल 300,000 से अधिक बच्चों में रक्त कैंसर के मामले सामने आते हैं, जिनमें से 50,000 से अधिक भारत में होते हैं। ल्यूकेमिया सबसे आम प्रकार का कैंसर है, जो लगभग 30% बच्चों को प्रभावित करता है, विशेषकर 2 से 6 वर्ष की आयु के बच्चों में।
डॉ. यादव ने बताया कि एक मेल खाने वाले भाई-बहन डोनर से बीएमटी करने पर सफलता की दर 90% से अधिक होती है, जिससे यह स्थायी उपचार का विकल्प बनता है। इसके अलावा, सीएआर-टी सेल थेरेपी एक अत्याधुनिक इम्यूनोथेरेपी है, जो ल्यूकेमिया और लिंफोमा जैसे जटिल मामलों में प्रभावी सिद्ध हुई है। इस थेरेपी में शरीर के अपने टी सेल्स का उपयोग किया जाता है, जो कैंसर कोशिकाओं को लक्षित कर नष्ट करते हैं।
डॉ. यादव ने चिंता व्यक्त की कि भारत में ब्लड स्टेम सेल डोनर्स की संख्या केवल 0.09% है, जिससे डोनर की कमी एक बड़ी चुनौती है। उन्होंने परिवारों को बीएमटी और सीएआर-टी सेल थेरेपी की सफलता दर, लागत, और समर्थन प्रणाली के बारे में शिक्षित करने की आवश्यकता पर बल दिया, ताकि इन जटिल बीमारियों का प्रभावी उपचार संभव हो सके। जागरूकता बढ़ाकर और डोनर रजिस्ट्रेशन में वृद्धि करके, इन जीवनरक्षक उपचारों की उपलब्धता में सुधार किया जा सकता है।
मेदांता के संस्थापक, प्रसिद्ध कार्डियोवैस्कुलर सर्जन डॉ. नरेश त्रेहान, जिन्हें पद्म भूषण और पद्म श्री से सम्मानित किया गया है, के नेतृत्व में मेदांता ने उत्तर और पूर्वी भारत में पांच अस्पतालों का नेटवर्क स्थापित किया है, जिनमें 3,008 बेड की क्षमता है। कंपनी 30 से अधिक चिकित्सा विशेषज्ञताओं में सेवाएं प्रदान करती है, जिसमें 1,750 से अधिक डॉक्टर कार्यरत हैं।
इस अवसर पर डॉ. विनय गर्ग, डॉ. दीपेश, और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।