'धरतीपुत्रों' का धैर्य टूटा, पुलिस कार्रवाई के खिलाफ किसान सड़कों पर 

'धरतीपुत्रों' का धैर्य टूटा, पुलिस कार्रवाई के खिलाफ किसान सड़कों पर 

जयपुर टाइम्स, नई दिल्ली – शंभू और खनौरी बॉर्डरपर पुलिस द्वारा किसानों के धरनास्थल खाली करवाने और अस्थायी निर्माणों को ध्वस्त करने से किसान भड़क उठे। करीब 200 किसानों को हिरासतमें लिया गया, जिनमें किसान मजदूर मोर्चा के सरवन सिंह पंधेरऔर संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) के जगजीत सिंह डल्लेवाल शामिल हैं।  

पुलिस की कार्रवाई के खिलाफ हरियाणा और पंजाब में व्यापक विरोध प्रदर्शन हुए। किसानों ने जिला उपायुक्तों के कार्यालयों को घेरने की कोशिश की, वहीं बठिंडा, मुक्तसर, मोगा और फरीदकोट में पुलिस से झड़पें हुईं। पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर किया। बरनाला में मुख्यमंत्री भगवंत मान का पुतला दहन कर किसानों ने सरकार के खिलाफ रोष प्रकट किया।  

हरियाणा में भी किसानों ने पंजाब के समर्थन में प्रदर्शन किए। हिसार में टोल प्लाजा पर बैठक कर आंदोलन की रणनीति बनाई गई। हरियाणा पुलिस ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन देने जा रहे किसानों को बैरिकेड लगाकर रोका**।  

शंभू-अंबाला और संगरूर-जींद मार्ग पर पुलिस ने अवरोधकों को हटाने के लिए जेसीबी और मशीनें लगाई। पटियाला के एसएसपी नानक सिंह ने कहा कि शंभू बॉर्डर को पूरी तरह खाली करवाने का अभियान जारी रहेगा**।