वार्ड एवं गांव स्तर पर खुलेंगे 2 हजार 500 महात्मा गांधी पुस्तकालय एवं संविधान केन्द्र
सवाई माधोपुर। शांति एवं अहिंसा विभाग राजस्थान जयपुर के तत्वावधान में निदेशक मनीष शर्मा के मुख्य आतिथ्य में प्रदेश स्तरीय कौमी एकता कार्यक्रम का आयोजन शुक्रवार को उत्सव मैरिज गार्डन में हुआ।
कार्यक्रम को शुभारंभ जिला प्रमुख सुदामा मीना, शांति एवं अहिंसा प्रकोष्ठ के जिला संयोजक विनोद जैन, अतिरिक्त जिला कलक्टर जितेन्द्र सिंह नरूका, मुख्य कार्यकारी अधिकारी मुरलीधर प्रतिहार, नगर परिषद् सभापति राजबाई बैरवा, जिला उद्योग एवं वाणिज्य केन्द्र के महाप्रबंधक सुग्रीव मीना, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी गोविंद बंसल, विकास अधिकारी समय सिंह मीणा सहित अन्य अतिथियों द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, नेताजी सुभाष चन्द्र बोस के चित्रों पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन कर किया गया।
इसके पश्चात अतिरिक्त जिला कलक्टर एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी द्वारा स्काउट गाइड, सर्वधर्म वेदी पर दीप प्रज्वलन कर सर्वधर्म प्रार्थना का शुभारंभ किया गया। सर्वधर्म प्रार्थना भारत स्काउट एण्ड गाइड टीम एवं विद्यार्थियों द्वारा गाई गई।
शांति एवं अहिंसा विभाग के निदेशक ने कहा कि शांति और अहिंसा हर प्रशासन की आवश्यकता है, शांति होगी तभी वे जनता की सरकार की लोक कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से सेवा कर पाएंगे अन्यथा प्रशासन का सम्पूर्ण समय कानून व्यवस्था में ही व्यतीत हो जाएगा। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी की महिला सशक्तिकरण की रचनात्मक कार्यक्रम का परिलक्ष्य भारतीय संविधान में दिए गए महिलाओं को वोट के अधिकार से होती है। उन्होंने लोगों से कहा कि वे साम्प्रदाय व जाति के आधार पर न बंटे। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने राजा हरीशचन्द्र नाटक से बचपन में सत्य की महत्ता, वहीं श्रवण कुमार के नाटक से सेवा की महत्ता जानी। उन्होंने सत्य एवं अहिंसा से भारत को आजादी दिलाई। वहीं अछूत असहायों की सेवा भी की।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को राजस्थान का गांधी बताते हुए उनके द्वारा प्रदेश की जनता के हित में लागू की गई एतिहासिक, लोक कल्याणकारी योजनाओं के बारे में आमजन को अवगत कराने का आह्वान प्रतिभागियों से किया। उन्होंने कहा कि ओपीएस एवं स्वास्थ्य का अधिकार लागू करने वाला राजस्थान देश का पहला राज्य है।
इस दौरान उन्होंने बताया कि सरकार वार्ड एवं गांव स्तर पर 2 हजार 500 महात्मा गांधी पुस्तकालय एवं संविधान केन्द्र खोलने जा रही है। उन्होंने बताया कि जिला स्तर पर जिला कलक्टर की अध्यक्षता में बने शांति एवं अहिंसा प्रकोष्ठ में 30 गांधी मित्रों को उपखण्ड स्तर पर 25, नगर परिषद एवं नगर पालिका स्तर पर 15 तथा ग्राम स्तर पर 5-5 गांधी मित्रों को प्रकोष्ठों में लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि शीघ्र ही गांधी मित्रों की एतिहासिक रैली भी जयपुर में आयोजित की जाएगी।
शांति और अहिंसा प्रकोष्ठ के जिला संयोजक विनोद जैन ने कहा कि इस प्रकार के प्रशिक्षण कार्यक्रमों से प्रदेश में कौमी एकता एवं भाईचारे को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने बताया कि प्रदेश स्तरीय कौमी एकता कार्यक्रम में सभी जिलों से करीब 1500 प्रतिभागियों ने भाग लिया।
अलवर के जिला संयोजक हिमांशु शर्मा ने कहा कि साम्प्रदायिकता से लड़ने में आज भी गांधी के विचार प्रासांगिक है। उन्होंने कहा कि राजस्थान के मुख्यमंत्री ने शांति एवं अहिंसा विभाग खोलकर पूरे भारत में एक मिसाल पेश की है। दौसा के जिला संयोजक राजेश उदाला, अलवर के सहसंयोजक इस्माइल खान, माया सुवालका सदस्य राजस्थान राज्य वरिष्ठ नागरिक कल्याण बोर्ड राजस्थान सरकार आदि भी अतिथि के रूप में उपस्थित थे।
मंच संचालन गीता जैलिया व संतोष स्वामी द्वारा किया गया।
वार्ड एवं गांव स्तर पर खुलेंगे 2 हजार 500 महात्मा गांधी पुस्तकालय एवं संविधान केन्द्र
सवाई माधोपुर। शांति एवं अहिंसा विभाग राजस्थान जयपुर के तत्वावधान में निदेशक मनीष शर्मा के मुख्य आतिथ्य में प्रदेश स्तरीय कौमी एकता कार्यक्रम का आयोजन शुक्रवार को उत्सव मैरिज गार्डन में हुआ।
कार्यक्रम को शुभारंभ जिला प्रमुख सुदामा मीना, शांति एवं अहिंसा प्रकोष्ठ के जिला संयोजक विनोद जैन, अतिरिक्त जिला कलक्टर जितेन्द्र सिंह नरूका, मुख्य कार्यकारी अधिकारी मुरलीधर प्रतिहार, नगर परिषद् सभापति राजबाई बैरवा, जिला उद्योग एवं वाणिज्य केन्द्र के महाप्रबंधक सुग्रीव मीना, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी गोविंद बंसल, विकास अधिकारी समय सिंह मीणा सहित अन्य अतिथियों द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, नेताजी सुभाष चन्द्र बोस के चित्रों पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन कर किया गया।
इसके पश्चात अतिरिक्त जिला कलक्टर एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी द्वारा स्काउट गाइड, सर्वधर्म वेदी पर दीप प्रज्वलन कर सर्वधर्म प्रार्थना का शुभारंभ किया गया। सर्वधर्म प्रार्थना भारत स्काउट एण्ड गाइड टीम एवं विद्यार्थियों द्वारा गाई गई।
शांति एवं अहिंसा विभाग के निदेशक ने कहा कि शांति और अहिंसा हर प्रशासन की आवश्यकता है, शांति होगी तभी वे जनता की सरकार की लोक कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से सेवा कर पाएंगे अन्यथा प्रशासन का सम्पूर्ण समय कानून व्यवस्था में ही व्यतीत हो जाएगा। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी की महिला सशक्तिकरण की रचनात्मक कार्यक्रम का परिलक्ष्य भारतीय संविधान में दिए गए महिलाओं को वोट के अधिकार से होती है। उन्होंने लोगों से कहा कि वे साम्प्रदाय व जाति के आधार पर न बंटे। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने राजा हरीशचन्द्र नाटक से बचपन में सत्य की महत्ता, वहीं श्रवण कुमार के नाटक से सेवा की महत्ता जानी। उन्होंने सत्य एवं अहिंसा से भारत को आजादी दिलाई। वहीं अछूत असहायों की सेवा भी की।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को राजस्थान का गांधी बताते हुए उनके द्वारा प्रदेश की जनता के हित में लागू की गई एतिहासिक, लोक कल्याणकारी योजनाओं के बारे में आमजन को अवगत कराने का आह्वान प्रतिभागियों से किया। उन्होंने कहा कि ओपीएस एवं स्वास्थ्य का अधिकार लागू करने वाला राजस्थान देश का पहला राज्य है।
इस दौरान उन्होंने बताया कि सरकार वार्ड एवं गांव स्तर पर 2 हजार 500 महात्मा गांधी पुस्तकालय एवं संविधान केन्द्र खोलने जा रही है। उन्होंने बताया कि जिला स्तर पर जिला कलक्टर की अध्यक्षता में बने शांति एवं अहिंसा प्रकोष्ठ में 30 गांधी मित्रों को उपखण्ड स्तर पर 25, नगर परिषद एवं नगर पालिका स्तर पर 15 तथा ग्राम स्तर पर 5-5 गांधी मित्रों को प्रकोष्ठों में लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि शीघ्र ही गांधी मित्रों की एतिहासिक रैली भी जयपुर में आयोजित की जाएगी।
शांति और अहिंसा प्रकोष्ठ के जिला संयोजक विनोद जैन ने कहा कि इस प्रकार के प्रशिक्षण कार्यक्रमों से प्रदेश में कौमी एकता एवं भाईचारे को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने बताया कि प्रदेश स्तरीय कौमी एकता कार्यक्रम में सभी जिलों से करीब 1500 प्रतिभागियों ने भाग लिया।
अलवर के जिला संयोजक हिमांशु शर्मा ने कहा कि साम्प्रदायिकता से लड़ने में आज भी गांधी के विचार प्रासांगिक है। उन्होंने कहा कि राजस्थान के मुख्यमंत्री ने शांति एवं अहिंसा विभाग खोलकर पूरे भारत में एक मिसाल पेश की है। दौसा के जिला संयोजक राजेश उदाला, अलवर के सहसंयोजक इस्माइल खान, माया सुवालका सदस्य राजस्थान राज्य वरिष्ठ नागरिक कल्याण बोर्ड राजस्थान सरकार आदि भी अतिथि के रूप में उपस्थित थे।
मंच संचालन गीता जैलिया व संतोष स्वामी द्वारा किया गया।