प्रतिभाओं को सम्मानित कर मैं खुद को सम्मानित गौरवान्वित महसूस कर रही हूँ- वीरांगना कविता सामोता

प्रतिभाओं को सम्मानित कर मैं खुद को सम्मानित गौरवान्वित महसूस कर रही हूँ- वीरांगना कविता सामोता

लोग मेरी पहचान पूछते हैं उनको खुदकी गिरेबान में झांक कर देखना चाहिए कि उनकी खुद की पहचान क्या है।

नीमकाथाना पाटन, (निंस)। नीमकाथाना शहर के पाटन रोड स्थित नेहरू पार्क में शहीद होशियार सिंह सामोता सोशल वेलफेयर समिति के तत्वाधान में नीमकाथाना गौरव सम्मान समारोह का भव्य एवं विशाल आयोजन किया गया। इस आयोजन में नीमकाथाना क्षेत्र की सैकड़ों उत्कृष्ट कार्य करने वाली प्रतिभाओं ने शिरकत कर कार्यक्रम को गौरवान्वित किया। नीमकाथाना गौरव सम्मान समारोह के माध्यम से नीम का थाना क्षेत्र के लिए विशिष्ट कार्य करने वाले समाजसेवी, गो सेवा, पर्यावरण रक्षक,आंगनबाड़ी सहायिका ,राजीविका मिशन से जुड़ी महिलाओं ,पत्रकार बंधुओं एवं समाज के विभिन्न क्षेत्र में काम कर रहे व्यक्तियों का सम्मान किया गया। कार्यक्रम के संयोजक और शहीद होशियार सिंह सामोता वेलफेयर समिति की अध्यक्षा वीरांगना कविता सामोता के नेतृत्व में कार्यक्रम का संचालन हुआ।
कार्यक्रम में शहर के गणमान्य अतिथियों में संत परम पूज्य आचार्य बाल योगी , परम पूज्य संत भरत नाथ शास्त्री ,परम पूज्य आचार्य संत बिहारी दास ,भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता विजय बंसल सहित दर्जनों गणमान्य अतिथियों ने कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई।

लोग मेरी पहचान पूछते हैं उनको खुदकी गिरेबान में झांक कर देखना चाहिए कि उनकी खुद की पहचान क्या है।

 नेहरू पार्क में कविता सामोता ने अपने संबोधन में प्रतिस्पर्धा रखने वाले नेताओं से यह कहा कि मेरे से लोग मेरी पहचान पूछते हैं जबकि लोगों को खुद के गिरेबान में झांक कर पहले देखना चाहिए कि उनकी खुद की पहचान क्या है। मेरी पहचान तो पहले से ही लोगों के बीच में दर्ज है मैंने तो अपना सिंदूर देश को दिया है। आप लोगों ने क्या दिया है।