प्रधानमंत्री झूठ बोलकर सेकते हैं राजनीतिक रोटियां: गोविन्द डोटासरा

प्रधानमंत्री झूठ बोलकर सेकते हैं राजनीतिक रोटियां: गोविन्द डोटासरा


सालासर रोड़ पर विधायक मनोज मेघवाल के नेतृत्व में हुआ स्वागत 
सुजानगढ़ (नि.सं.)। सुजानगढ़ से निकलते वक्त पीसीसी अध्यक्ष गोविन्द डोटसरा का सालासर रोड़ पर विधायक मनोज मेघवाल के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने शानदार स्वागत किया। इस अवसर पर डोटासरा ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री सेना के शौर्य की कदर नहीं करते, वो सेना के नाम पर झूठ बोलकर वोट लेना जानते हैं। डोटासरा ने कहा कि 70 साल में कांग्रेस ने ऐसा कभी नहीं किया, लेकिन मोदी झूठ पर झूठ बोलकर सेना के नाम पर वोट लेते हैं। डोटासरा ने कहा कि राजनीतिक रोटियां सेकने के लिए मोदी जनता के मुद्दों पर बात नहीं करते बल्कि झूठ बोलकर वोटों की राजनीति करते हैं। डोटासरा ने कहा कि 25 सांसद और तीन मंत्री राजस्थान से हैं, लेकिन ईआरसीपी के लिए मोदी ने फूटी कोड़ी तक नहीं दी। उल्टा 9 साल तक सरकार चलाने वाले भाजपा के लोग अभी भी कांग्रेस की आलोचना करते हैं, जो शर्मनाक है। इनको जनता के मुद्दों की बात करनी चाहिए, महंगाई घटानी चाहिए, रोजगार देने चाहिए, नौकरियां देनी चाहिए। डोटासरा ने कहा कि चुनाव लड़ाने वाले उद्योगपति अडानी का तो मोदी नाम तक नहीं लेते, जबकि पूरा देश उनसे आज अडानी को लेकर स्पष्टीकरण मांग रहा है। इससे पहले विधायक मनोज मेघवाल, सभापति निलोफर गौरी, वरिष्ठ कांग्रेस नेता पूसाराम गोदारा, उप सभापति अमित मारोठिया, कांग्रेस नेता भंवरलाल पुजारी, ब्लाॅक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष प्रदीप तोदी, नगर कांग्रेस अध्यक्ष रामावतार शर्मा, जिला प्रवक्ता मोहम्मद ईदरीश गौरी, देहात अध्यक्ष विद्याधर बेनीवाल, सरपंच नरेंद्र बेनीवाल, पार्षद शकूर सब्जीफरोश, पार्षद मुकुल मिश्रा, छोटूराम खीचड़, कन्हैयालाल माली, युनूस खान हशमखानी, शुभम तोदी, हंसराज तंवर, इरशाद गौरी, गणेश, पार्षद इस्माइल खान, लालचंद बेदी, सैयद अली हसन, रामचंद्र जाट, महेंद्र गोदारा, तरुण सियोता, एडवोकेट सलीम खान गाजी, अमजद खान कायमखानी, गजानंद जांगिड़, राजकुमार इन्दोरिया, नेमाराम सारण, जोधाराम जानू, लक्ष्मणराम गोदारा सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता व नेतागण मौजूद रहे। दूसरी ओर पार्षद तरूण सियोता ने पीसीसी अध्यक्ष गोविन्द डोटासरा को एक ज्ञापन सौंपकर मुख्यमंत्री द्वारा बजट में की गई 30 हजार सफाईकर्मियों की भर्ती को इसी सत्र में क्रियान्वित करने व भर्ती में वाल्मिकी समाज को प्राथमिकता देने की मांग की गई है।