राजू ठेठ हत्या के मुख्य आरोपी वह रोहित गोदारा गैंग के तीन मुख्य हार्डकोर गुर्गों को पुलिस ने किया गिरफ्तार

 राजू ठेठ हत्या के मुख्य आरोपी वह रोहित गोदारा गैंग के तीन मुख्य हार्डकोर गुर्गों को पुलिस ने किया गिरफ्तार

बीकानेर(सुरेश जैन)


बीकानेर पुलिस की बडी कार्यवाही > रोहित गोदारा गैंग के तीन मुख्य सदस्य एवं ईनामी व हार्डकोर गुर्गों को किया बीकानेर पुलिस ने गिरफ्तार पुलिस मुख्यालय व बीकानेर, सीकर, जोधपुर में वांछित व ईनामी अपराधी गिरफ्तार।

अभियुक्त कमल डेलू व श्रवण सिवर की गिरफ्तारी पर पुलिस मुख्यालय,जयपुर के द्वारा एक-एक लाख रूपये का ईनाम घोषित किया गया था। अभियुक्त विजयपाल की गिरफ्तारी पर महानिरीक्षक पुलिस बीकानेर रेंज, बीकानेर के द्वारा 40 हजार रूपये का ईनाम घोषित किया गया था।अभियुक्त कमल डेलू पर बीकानेर पुलिस के द्वारा 25 हजार रूपये का ईनाम घोषित किया गया था।

अभियुक्त कमल डेलू पर जोधपुर पुलिस के द्वारा 15 हजार रूपये का ईनाम घोषित किया गया था। राजू ठेहट की हत्या करवाने के लिये मुल्जिमों ने किये थे हथियार

सप्लाई • राज्य के चार अलग-अलग जिलों में दर्ज प्रकरणों में वांछित अपराधी गिरफ्तार

उक्त गिरफ्तार-शुदा अभियुक्तों पर प्रदेश के अलग-अलग जिलों में दर्जनों प्रकरण दर्ज है। राजू ठेहट की हत्या के बाद उक्त मुल्जिम पुलिस से बचने के लिये बडेशातिर तरीके से हाई तकनिक का इस्तेमाल करते थे

तकनिकी सहयोग से छिप रहे वांछित अपराधियों को साईबर सैल ने

लगातार आठ महीने तक कडी मेहनत कर मुल्जिमों को किया ट्रेस आउट।लॉरेंस गैंग के सक्रिय सदस्य रोहित गोदारा के कहने पर कमल डेलू व श्रवण सिवर ने प्रथम दृष्टया पूछताछ में राजू ठेहट प्रकरण में एके-47 जैसे हथियार सप्लाई करने की बात स्वीकार की।

टीम का कार्य व भूमिका पुलिस थाना पांचू में मुकदमा नम्बर 75 / 23 धारा 307, 34 भादस व 27 आर्म्स एक्ट में वांछित ईनामी अपराधी कमल डेलू, श्रवण सिवर व विजयपाल को गिरफ्तार करने हेतु तेजस्वनी गौतम आईपीएस पुलिस अधीक्षक बीकानेर ने टीम गठन कर उक्त रोहित गोदारा गैंग के गुर्गों व आरोपीगणों की तलाश व गिरफ्तार करने के आदेश फरमाये उक्त आरोपीगण जिला सीकर में हुये राजू हत्याकांड में वांछित थे व विश्वनीय आ-सूचना के अनुसार बीकानेर जिले में मर्डर जैसी बड़ी वारदात करने की फिराक में थे। उक्त सूचना की गंभीरता को देखते हुये पुलिस अधीक्षक स्वयं के सुपरविजन में वेदपाल पु. नि. थानाधिकारी पुलिस थाना नयाशहर, महेन्द्रदत थानाधिकारी पुलिस थाना बीछवाल, संजयसिंह उनि थानाधिकारी पुलिस थाना कोतवाली, दीपक यादव हैडकानि, दिलीप सिंह हैडकान की टीम का गठन किया गया। उक्त तीनों अभियुक्तगणों को दस्तयाब कर गिरफ्तार करने के आदेश फरमायें । उक्त टीम ने मुल्जिम को दस्तयाब किया ।


मुल्जिम को गिरफ्तार करने का तरीका:-


पुलिस अधीक्षक के आदेश की पालना करते हुये कार्यालय साईबर सैल हैडकानि दीपक यादव मय साईबर टीम ने तकनिकी कार्य प्रारंभ किया जिससे यह तथ्य सामने आये कि उक्त मुल्जिमों द्वारा बडी हाई तकनीक ईन्टरनेट पर फेक एप्लीकेशन का कॉलिंग ऐप्प से रोहित गोदारा गैंग से जुड़े थे व उक्त ईन्टरनेट एप्लीकेशन द्वारा किसी भी वारदात की कार्ययोजना बनाते व अंजाम देते। उक्त हाई तकनीक ईन्टरनेट पर फेक एप्लीकेशन एप्प के जरिये बदमाशों तक पंहुचने में बीकानेर पुलिस के लिये बडी चुनौती का सामना करना पड़ रहा था। परन्तु आठ महीने की कडी मेहनत करते हुये कार्यालय हाजा की साईबर सैल ने उक्त मुल्जिमों का तकनिकी तथ्य प्राप्त किये, उक्त प्राप्त तथ्यों के आधार पर गठित पुलिस टीम द्वारा अपने मुखबीर तंत्र को सक्रिय किये। उक्त टीम ने पूरी मेहनत व लग्न से कार्य करते हुये मुल्जिम कमल डेलू श्रवण सीवर व विजयपाल के साथ वारदात मे सम्मिलित साथियों की सम्पूर्ण जानकारीयां जुटाई की उसके पूर्व में की गयी सम्पूर्ण गतिविधियों की सूचना एकत्रित की। उक्त टीम ने पिछले कई दिनों से लगातार प्रयास करते हुये कड़ी से कड़ी जोडते हुये मुल्जिमों से जुडे हुये लोगो व संदिग्ध स्थानों पर लगातार निगरानी रखी गयी। साईबर सैल ने मुल्जिमों कमल डेलू, श्रवण सीवर व विजयपाल से की नासिक महाराष्ट्र में एक इनपुट ट्रेस किया उक्त इनपुट पर कार्य करने हेतू व मुल्जिमों को दस्तयाब करने हेतू पुलिस अधीक्षक ने त्वरित प्रभाव से टीम प्रभारी वेदपाल थानाधिकारी पुलिस थाना नयाशहर व संजय सिंह उनि थानाधिकारी पुलिस थाना कोतवाली दीपक यादव हैडकानि, दिलीपसिंह हैडकानि व कानिस्टेबल श्रीराम को नासिक महाराष्ट्र रवाना किया गया । उक्त टीम द्वारा बडी लगन से साईबर सैल द्वारा प्राप्त इनपुट को स आउट करने हेतू कार्य प्रारंभ किया उक्त मुल्जिमों की लॉकेशन का इनपुट नासिक जिले के भीड भाड वाली कॉलोनी / आवासीय क्षेत्र में आ रही थी । उक्त कॉलोनी के बारे में जानकारी प्राप्त करने पर बडी मुश्किल भरे तथ्य सामने आये की उक्त कॉलोनी में देश के अलग-अलग शहरों के लोग किराये पर रहते थे व 500 की तादात में फ्लैट और घर थे। पुलिस टीम ने बड़ी बारिकी से लगातार चार दिन तक मेहनत करते हुये अलग-अलग हुलिया बनाकर एक-एक घर को तस्दीक किया व पुलिस के कठोर परिश्रम करने पर एक संदिग्ध घर चिन्हित किया व उक्त घर के सामने निर्माणाधीन बिल्डिंग में मजदूरों का हुलिया बनाकर दो दिन तक चिन्हित घर पर नजर रखते हुये संदिग्ध गतिविधियां पुख्ता कर उक्त संदिग्ध घर पर नासिक पुलिस की मदद से दबिश दी गयी तो उक्त मुल्जिमों को दस्तयाब किया गया।मुल्जिम का छुपने व फरारी का तरीका:- उक्त मुल्जिम कमल डेलू श्रवण सीवर व विजयपाल के दौराने पूछताछ में सामने आया है कि घटना करने के बाद फरारी के लिये अपना हुलिया व नाम बदलकर भारत व नेपाल में फरारी काटी, भारत में कर्नाटक, तमिलनाडू, दिल्ली, गोवा, पंजाब, पुणे, मुम्मबई, नासिक, फलौदी, जोधपुर, बज्जू, रणजीतपुरा में हूलिया बदलकर रह रहे थे व काफी दिनों से नासिक में किराये फलैटों में फरारी काट रहे थे व अपना हुलिया बदलकर बाल कटवाकर नाम बदलकर एक घर में रह रहे थे व पुलिस से बचने के लिये पूरे दिन घर में छूपे रहते थे। उक्त बदमाशों को पकडने के लिये पुलिस ने भी अपना हुलिया बदलकर उक्त कॉलोनी में एक-एक घर चिन्हित कर मुल्जिमों को पकड़ने में सफलता प्राप्त की ।

उक्त मुल्जिमों को ईनामी व हार्डकोर अपराधियों को ट्रेस आउट व गिरफतार करने के फलस्वरूव साईबर सैल के हैडकानि दीपक यादव, दिलीपसिंह हैडकानि व राजूराम गुर्जर कानि के विशेष पदोन्नति के प्रस्ताव मुख्यालय भिजवाये जा रहे है।

उक्त मुल्जिमों को ईनामी व हार्डकोर अपराधियों को द्वेस आउट व गिरफतार करने के फलस्वरूव वेदपाल थानाधिकारी पुलिस थाना नयाशहर, संजयसिंह उनि थानाधिकारी पुलिस थाना कोतवाली व श्रीराम कानि साईबर सैल के डीजीपी डिस्क हेतू प्रस्ताव मुख्यालय भिजवाये जा रहे है।