जनसुनवाई में सीएम ने अफसर को क्यों लगाई फटकार, जाने कारण
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने भरतपुर में आयोजित जनसुनवाई के दौरान बिजली विभाग के अधीक्षण अभियंता (एसई) रामहेत मीणा को जमकर फटकार लगाई। एक बुजुर्ग व्यक्ति प्रहलाद मीणा बिजली समस्या लेकर जनसुनवाई में पहुंचा, जिसके बाद सीएम ने अफसरों को लापरवाही पर आड़े हाथों लिया। सीएम ने कहा, "ये लोग किराया देकर, धक्के खाकर यहां अपनी समस्या लेकर आते हैं। इन्हीं की बदौलत आपको रोटी मिल रही है। क्या आपको दर्द नहीं होता कि एक बुजुर्ग व्यक्ति इतनी दूर से आया है, और उसकी समस्या का समाधान नहीं किया जा रहा है?"
प्रहलाद मीणा ने बताया कि बिजली विभाग उसके खेत से लाइन खींच रहा है, जिससे उसकी खेती प्रभावित हो रही है। इस पर सीएम ने एसई से जवाब तलब किया। रामहेत मीणा ने बताया कि 6 किमी लंबी लाइन का काम हो रहा है, जिसमें से 5.5 किमी का काम पूरा हो चुका है, और प्रहलाद का खेत उस इलाके में आ रहा है जहां लाइन जोड़ी जाएगी। लेकिन सीएम ने अफसर की इस सफाई को नकारते हुए फटकार लगाई और तुरंत समाधान करने का आदेश दिया।
जनसुनवाई के दौरान जिलेभर से लोग अपनी समस्याएं लेकर पहुंचे थे। सभी विभागों के अधिकारी मौके पर मौजूद थे। सीएम ने अफसरों को निर्देश दिए कि वे लोगों की समस्याएं गंभीरता से सुनें और उनका तत्काल समाधान करें। उन्होंने कहा, "समस्याएं हमें छोटी लग सकती हैं, लेकिन जनता के लिए बड़ी होती हैं। अधिकारी खुद मौके पर जाकर समस्याओं को सुलझाएं ताकि लोगों को इधर-उधर न भटकना पड़े।"
जनसुनवाई के अंत में मुख्यमंत्री ने कलेक्टर और एसडीएम को निर्देश दिए कि वे लोगों से मिलने का समय तय करें ताकि जनता की समस्याओं का निपटारा समय पर हो सके। उन्होंने यह भी कहा कि अगर अधिकारी अपने काम को प्राथमिकता देंगे, तो फाइलों का निपटारा तेजी से होगा और जनता को राहत मिलेगी।