संभल में तनाव के बाद पसरा सन्नाटा, प्रशासन सतर्क

संभल। जामा मस्जिद बनाम हरिहर मंदिर विवाद में हुई हिंसा के बाद सोमवार को संभल में सन्नाटा छा गया। जहां हर दिन चहल-पहल और करोड़ों का कारोबार होता था, वहां अब गलियां वीरान दिख रही हैं। रैपिड एक्शन फोर्स और यूपी पुलिस के जवान लगातार गश्त कर रहे हैं, लेकिन माहौल अभी भी तनावपूर्ण है।
व्यापार और स्वास्थ्य सेवाओं पर असर
घटना के बाद से शंकर चौराहे और तहसील रोड जैसे व्यस्त इलाकों में भीड़ गायब रही। हिंदू समुदाय के कुछ लोगों ने दोपहर बाद प्रतिष्ठान खोले, लेकिन मुस्लिम समुदाय की दुकानें बंद रहीं। जिला अस्पताल और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भी सूने दिखे। स्वास्थ्य कर्मियों ने बताया कि आमतौर पर सोमवार को ओपीडी में भीड़ रहती है, लेकिन इस बार लोग डरे हुए हैं और अस्पताल तक नहीं आ रहे।
आगजनी के निशान और प्रशासन की कार्रवाई
जामा मस्जिद के पास का इलाका अब भी सूनसान है। घटना के दौरान हुई आगजनी और पथराव के निशान दीवारों और सड़कों पर दिखाई दे रहे हैं। हालांकि नगर पालिका ने मलबा हटाने का काम किया है। उग्र भीड़ में शामिल लोगों की पहचान के लिए पुलिस रात में दबिश दे रही है।
प्रवेश पर प्रतिबंध और सुरक्षा कड़ी
डीएम ने जिले में बाहरी तत्वों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है। बिना अनुमति किसी भी व्यक्ति, सामाजिक या राजनीतिक संगठन को क्षेत्र में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा। जिले की सीमाओं पर सघन चेकिंग की जा रही है।
प्रशासन की सतर्कता
मुरादाबाद डीआईजी मुनिराज, डीएम डॉ. राजेंद्र पैंसिया और एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई समेत अन्य अधिकारी पूरे घटनाक्रम पर नजर रखे हुए हैं। डीआईजी और एसपी अभी भी संभल में तैनात हैं और स्थिति सामान्य बनाने के लिए प्रयास कर रहे हैं।
प्रशासन ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने और शांति बनाए रखने की अपील की है। साथ ही, अराजक तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया गया है।