संसद शीतकालीन सत्र शुरू: विपक्ष पर पीएम मोदी का निशाना, सदन में हंगामे के कारण कार्रवाई स्थगित

संसद शीतकालीन सत्र शुरू: विपक्ष पर पीएम मोदी का निशाना, सदन में हंगामे के कारण कार्रवाई स्थगित

नई दिल्ली। संसद का शीतकालीन सत्र सोमवार को शुरू हुआ, लेकिन हंगामे के चलते लोकसभा और राज्यसभा दोनों की कार्यवाही 27 नवंबर तक स्थगित करनी पड़ी। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद परिसर से देश को संबोधित करते हुए विपक्ष की कार्यशैली पर कड़ा प्रहार किया।  

पीएम मोदी का विपक्ष पर हमला
प्रधानमंत्री ने कहा कि मुट्ठीभर लोग संसद में हुड़दंगबाजी कर सदन की कार्यवाही रोकने की कोशिश करते हैं। उन्होंने विपक्ष को जनता द्वारा 80-90 बार नकारे जाने का जिक्र करते हुए कहा कि ये लोग न खुद काम करते हैं और न ही करने देते हैं। पीएम मोदी ने विपक्ष से जनता की भावनाओं का सम्मान करने की अपील की और कहा कि संसद का समय देश के विकास और वैश्विक मंच पर भारत के सम्मान को बढ़ाने में लगना चाहिए।  

संसद की विशेषता पर जोर 
प्रधानमंत्री ने कहा कि यह सत्र खास है क्योंकि भारत का संविधान 75वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है। यह लोकतंत्र के लिए एक ऐतिहासिक अवसर है। उन्होंने कहा कि दुनिया भारत की ओर उम्मीद भरी नजरों से देख रही है, और ऐसे में संसद को अपनी भूमिका सकारात्मक तरीके से निभानी चाहिए।  

हंगामे के कारण कार्यवाही स्थगित 
सत्र शुरू होते ही विपक्षी इंडिया ब्लॉक ने अदाणी मामले में चर्चा की मांग की और हंगामा शुरू कर दिया। कांग्रेस नेता मणिकम टैगोर ने अदाणी मुद्दे पर स्थगन प्रस्ताव पेश किया। वक्फ बोर्ड बिल और जेपीसी की समय सीमा बढ़ाने की मांग पर भी हंगामा हुआ।  

राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने सदन की कार्रवाई 27 नवंबर तक स्थगित कर दी। लोकसभा की कार्यवाही भी इसी दिन तक के लिए स्थगित कर दी गई।  

यह सत्र संविधान की 75वीं वर्षगांठ और कई महत्वपूर्ण विधायी कार्यों के लिए विशेष महत्व रखता है, लेकिन पहले दिन हंगामे ने इसकी दिशा पर सवाल खड़े कर दिए।