भारत-चीन के बीच तनाव कम सेनाएं पीछे हटी सीमा पर गश्त जल्द

भारत-चीन के बीच तनाव कम सेनाएं पीछे हटी सीमा पर गश्त जल्द

नई दिल्ली। पूर्वी लद्दाख में लंबे समय से चल रहे भारत-चीन सैन्य गतिरोध को समाप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कूटनीतिक सफलता मिली है। हाल ही में हुए समझौते के तहत दोनों देशों की सेनाओं ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर से अपने-अपने सैनिकों को पीछे हटाना शुरू कर दिया है। सूत्रों के अनुसार, क्षेत्र में अस्थायी ढांचे और तंबुओं को हटाया जा रहा है, जहां भारतीय सेना चार्डिंग नाला के पश्चिमी किनारे और चीनी सेना पूर्वी किनारे पर वापस लौट रही है। दोनों देशों ने डेमचोक और डेपसांग क्षेत्रों में गश्त फिर से शुरू करने की भी योजना बनाई है, जो अगले 4-5 दिनों में संभव हो सकती है। 

द्विपक्षीय वार्ता से मिली सफलता

भारत ने 21 अक्टूबर को घोषणा की थी कि वह चीन के साथ एक समझौते पर पहुंचा है, जिसके तहत चार साल पुराने सैन्य तनाव को हल करने की उम्मीद है। चीन ने भी इस समझौते की पुष्टि की और दोनों देशों ने संबंधों को सामान्य बनाने की दिशा में मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता जताई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग की ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में हुई मुलाकात के बाद इस समझौते पर सहमति बनी।  

रूस दौरे से पहले प्रधानमंत्री का संदेश

विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने समझौते के बारे में जानकारी दी और बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीमा पर शांति बनाए रखने की आवश्यकता पर जोर दिया। चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने भी सीमा पर तनाव को कम करने के भारत के प्रयासों का समर्थन किया, जिससे आने वाले समय में भारत-चीन संबंधों में सुधार की संभावनाएं बढ़ गई हैं।