मनुष्य की मुक्ति का सही मार्ग भगवान का सुमिरन है- पंडित बिजेन्द्र कृष्ण शास्त्री

मनुष्य की मुक्ति का सही मार्ग भगवान का सुमिरन है- पंडित बिजेन्द्र कृष्ण शास्त्री


अलवर। जेल चौराहे समीप वीर सावरकर नगर के पार्क में चल रही श्रीमद्भागवत कथा में मंगलवार को भगवान की बाल लीलाओं का वर्णन किया गया ओर गोवर्धन पूजा व छप्पनभोग की विशेष झांकी सजाई गई।
वीर सावरकर नगर विकास समिति के अध्यक्ष महेन्द्र गागल ने बताया कि कॉलोनी के पार्क में चल रही श्रीमदभागवत कथा में मंगलवार को भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं की कथा सुनाई गई। इससे पूर्व भगवान का पूजन किया गया। कथा वाचन के दौरान जहां भक्तजन कथा सुनकर भाव विभोर हो गए।
कथा वाचक पंडित बिजेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने भगवान की बाल लीलाओं की कथा सुनाते हुए कहा कि भगवान का बाल स्वरूप ही भक्त के मन हो हरने वाला होता है। इसलिए सभी बच्चे भगवान का स्वरूप होते हैं। कथा वाचक पंडित शास्त्री ने कहा कि इंसान जिस रूप में भगवान को देखता है उसी रूप में भगवान का दर्शन पाता है लेकिन भक्त का मन भगवान के प्रति सच्चा होना चाहिए। कथा वाचन पंडित बिजेन्द्र शास्त्री ने कहा कि इंसान की मुक्ति का सही मार्ग भगवान का सुमिरन होता है। पंडित शास्त्री ने कहा कि भगवान की गोवर्धन लीला भी इंसान को भगवान का अहसास दिलाने की लीला है कि जब भगवान को भक्त मुसिबत में सच्चे मन से याद करता है तो भगवान उसके कष्ट हरने चले आते हैं। इस बीच में भगवान के जयकारे व भजनों में महिलाओं ने खूब नृत्य किया।
समिति अध्यक्ष महेन्द्र गागल ने बताया कि कथा के दौरान गोवर्धन व छप्पन भोग की झांकी दिखाई गई। जहां अपने अपने घरों से श्रद्धा के साथ बनाकर लाए भोग को भक्तजनों ने ागवान को अपिर्त किया। इस दौरान सभी ने भगवान के जयकारे लगाए। वहीं सोमवार को रुक्मणि विवाह की कथा सुनाई गई। बुधवार को सुदामा चरित्र की कथा सुनाई जाएगी। श्रीमद्भागवत कथा सुनने कॉलोनीवासियों के साथ ही आसपास क्षेत्र से भी भक्तजन पहुंचे।