- शिक्षा, सड़क, पेयजल और बिजली के मुद्दे छाए  पंस की साधारण सभा में विभागीय अधिकारियों पर बरसे जनप्रतिनिधि

- शिक्षा, सड़क, पेयजल और बिजली के मुद्दे छाए  पंस की साधारण सभा में विभागीय अधिकारियों पर बरसे जनप्रतिनिधि


जयपुर टाइम्स 
सरदारशहर। शहर की पंचायत समिति सभागार में गुरुवार को प्रधान निर्मला राजपुरोहित की अध्यक्षता में साधारण सभा की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में बिजली, पानी, शिक्षा, सड़क, चिकित्सा सहित अन्य ग्राम पंचायतों की समस्याओं पर चर्चा की गई। बैठक शुरू होते ही चिकित्सा, बिजली विभाग, पीएचडी विभाग, पीडब्ल्यूडी विभाग, शिक्षा विभाग के अधिकारियों पर जनप्रतिनिधियों ने सुनवाई नहीं करने का आरोप लगाया। इस दौरान एसडीएम दिव्या चौधरी ने कहा कि सदन में उठाए गए सभी सवालों का जल्द समाधान करवाने का प्रयास किया जाएगा। केंद्र व राज्य सरकार की ओर से चलाई जा रही जन कल्याणकारी योजनाओं को धरातल पर उतारने का प्रयास किया जाएगा। इसी प्रकार बीसीएमएचों डॉ विकास सोनी, डॉ केशरीचंद नाई सहित बड़ी संख्या में अधिकारी उपस्थित रहे।

सावर मंडी में खरीद केंद्र शुरू करने की उठी मांग:

पंचायत समिति सदस्य श्यामलाल शर्मा ने कहा कि यह क्षेत्र बहुत बड़ा है। अभी मूंग व मूंगफली की समर्थन मूल्य पर खरीद होनी है। भानीपुरा तहसील क्षेत्र के किसानों को राहत देने के लिए सावर में कृषि उपज मंडी स्थापित की गई है। इसमें खरीद केंद को चालू किया जाए। जिला परिषद सदस्य श्योकरण पोटलिया ने कहा कि चूरू जिले का सबसे बड़ा एग्रीकल्चर का बैल्ट सरदारशहर है। यहां पर वर्तमान में किसानों को डीएपी नहीं मिल रही है। अगर यहां पर रैंक पोंइट स्थापित कर दिया जाए तो यह समस्या खत्म हो जाएगी। इसी प्रकार क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों ने अपने अपने क्षेत्र से जुड़े हुए बिजली, पानी, चिकित्सा, शिक्षा आदि का मुद्दा उठाते हुए कहा कि हर बार सदन में मुद्दा उठाते है। लेकिन कोई सुनवाई तक नहीं हो पाती है। तो फिर सदन में मुद्दा उठाने का क्या फायदा है। बिजली, चिकित्सा, पीएचईडी, पीडब्लूडी विभाग के काम ठेकेदार के द्वारा होने से अधिकारी भी कमिशन लेने में लग जाते है। इसीलिए यह लोग ठेकेदार पर पूरा दबाव नहीं डालते। उन्होंने कहा कि कई जगह तो ऐसी हालत हो गई है। सदन में सदस्यों ने कहा कि क्षेत्र में बिजली के पोल और तार जर्जर हालत में हैं। लेकिन विभाग की ओर से कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जिसके कारण कई बार हादसे से हो गए है। अधिकारी केवल आश्वासन देते हैं। धरातल पर काम नहीं करते।जनप्रतिनिधियों ने कहा कि क्षेत्र में सड़कों की स्थिति बहुत खराब है। टेंडर होने के बाद भी समय पर काम नहीं हो पाए। हर सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे हो रहे हैं। इसके बाद भी सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं। सदस्यों ने कहा कि हर बैठक में कई समस्याओं का मुद्दा उठाते है। लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती हैं। फिर बैठक में आने का क्या मतलब है। इस दौरान अधिकारियों ने समस्याओं के समाधान का आश्वासन दिया।

महिला जनप्रतिनिधियों की संख्या रही कम:

सरदारशहर में 25 पंचायत समिति सदस्यों की सीट है। जिसमें 12 महिला सदस्य है, 34 सरपंच समेत 3 जिला परिषद सदस्य समेत 49 महिला पदाधिकारी है। इसमें से मात्र 7 महिला जनप्रतिनिधि ही पहुंच पाई। जनप्रतिनिधि की जगह बैठक में प्रतिनिधि सदन में सवाल उठाते दिखे।

बैठक में यह लोग रहे मौजूद:

साधारण सभा की बैठक में पंचायत समिति सदस्य श्यामलाल शर्मा, जिला परिषद सदस्य शोकरण पोटलिया, सरपंच शेराराम जोशी, श्रवण शर्मा, बृजलाल ढाका, गिरधारी लाल स्वामी, दीपक शर्मा, पूर्णाराम मेघवाल, इंदर सिंह शेखावत, सुरेंद्र सिंह भाटी, शीशपाल सियाग, मोहननाथ सिद्ध, मोहन बना, भंवरलाल नेहरा समेत बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधियों ने क्षेत्र का मुद्दा उठाकर समाधान की मांग की।