चूरू का गजेटियर: 54 वर्षों बाद तैयार हो रहा ऐतिहासिक दस्तावेज

चूरू। जिला कलक्टर अभिषेक सुराणा ने सोमवार को डीओआईटी सभागार में संपादक मंडल की बैठक में चूरू के गजेटियर के प्रकाशन की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने बताया कि 54 वर्षों बाद जिले का गजेटियर तैयार किया जा रहा है, जो जिले के भौगोलिक, ऐतिहासिक, सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक परिदृश्य का समग्र दस्तावेज होगा।
कलक्टर ने गजेटियर के अध्यायों के सूक्ष्म अवलोकन और तथ्यात्मकता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने जोर देकर कहा कि प्रकाशन से पहले प्रत्येक अध्याय की त्रुटियों को दुरुस्त किया जाए और कोई भी गलत सूचना शामिल न हो। साथ ही, विभागीय अधिकारियों को अपने-अपने विभाग से संबंधित जानकारियों की जांच करने को कहा।
जन सुझावों का समावेश:
गजेटियर को अधिक समावेशी और प्रामाणिक बनाने के लिए आमजन से आपत्तियां और सुझाव मांगे गए हैं। इन सुझावों पर विचार कर इसे एक सुंदर और सटीक अभिलेख के रूप में तैयार किया जाएगा।
इस कार्य को व्यवस्थित रूप से संपन्न करने के लिए विभिन्न अध्यायों के लिए प्रभारी अधिकारी नियुक्त किए गए हैं। सीपीओ भागचंद खारिया ने बैठक में गजेटियर की रूपरेखा प्रस्तुत की।
बैठक में प्रमुख अधिकारी शामिल:
बैठक में एडीएम अर्पिता सोनी, एसीईओ शुभम शर्मा, डीएफओ भवानी सिंह, प्राचार्य डॉ. मंजू शर्मा, आयुक्त अभिलाषा सिंह, प्रो. कमल कोठारी, प्रो. उम्मेद गोठवाल, प्रो. संतलाल, डॉ. रविंद्र बुडानिया सहित अन्य अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे।