जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अलवर का विमंदित पुनर्वास गृह का औचक निरीक्षण, बालकों की शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा

अलवर, 12 नवंबर। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, अलवर के अध्यक्ष हरेन्द्र सिंह के निर्देशानुसार, सचिव (अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश) मोहन लाल सोनी ने मनोचिकित्सक डॉ. सुमित गोयल के साथ पंडित छीतरमल लाटा सोसायटी विमंदित पुनर्वास गृह का औचक निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान, सोनी ने वहां निवासरत विमंदित बालकों से शिक्षा संबंधित बातचीत की, जिसमें उन्होंने बच्चों से महीनों के नाम और अंग्रेजी वर्णमाला से जुड़े सवाल पूछे, जिससे उनकी बौद्धिक स्थिति का आकलन किया गया। बच्चों की शिक्षा और मानसिक विकास के प्रति अपनी रुचि प्रकट करते हुए, उन्होंने उनके उत्तरों से संतोष व्यक्त किया।
निरीक्षण के दौरान गृह के रिकॉर्ड की समीक्षा में पाया गया कि 34 बच्चों में से 4 बच्चे छुट्टी पर घर गए थे। 14 अक्टूबर को डॉ. प्रशांत गांधी द्वारा की गई स्वास्थ्य जांच से बच्चों की नियमित स्वास्थ्य देखभाल सुनिश्चित हो रही है।
सोनी ने गृह की साफ-सफाई, सुविधाओं और व्यवस्थाओं का जायजा लिया, जो सुचारू और संतोषजनक पाई गईं। इस अवसर पर मौजूद मनोचिकित्सक डॉ. सुमित मित्तल ने बच्चों का मेडिकल चेकअप किया और उनकी चिकित्सा सेवा की प्रतिबद्धता जताई।
निरीक्षण का उद्देश्य बालकों की जरूरतों और पुनर्वास गृह में उपलब्ध सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार लाना था, ताकि बच्चों को बेहतर शिक्षा और सुविधाओं का लाभ मिल सके।