गरीबों को कैसे मिलेगा लाभ जब अमीर बनाएंगे BPL कार्ड
नागौर/जिले में सबसे बड़ा गड़बड़झाला बीपीएल योजना को लेकर है उल्लेखनीय है कि संपूर्ण नागौर जिले में जो वास्तविक गरीब है वह बीपीएल श्रेणी में शामिल नहीं है
जिनके घरों के आगे जोधपुर डिजाइन के चमकदार पत्थर लगे हैं वह बीपीएल में है ऐसे परिवारों पर कौन मेहरबान है इसका जवाब किसी के पास नहीं है सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिन लोगों की राजनीति में गहरी पकड़ है वह बीपीएल कार्ड धारक बन चुके हैं उन परिवारों के नाम ट्रैक्टर गाड़ी विदेश की कमाई इत्यादि फिर भी प्रशासन इसकी जांच नहीं करवा रहा है यह किसी एक गांव की समस्या नहीं अपितु पूरे नागौर जिले की है जो इस योजना के काबिल है उनका इस योजना में दूर-दूर तक कोई सरोकार नहीं है गौर करने वाली बात यह होगी की नागौर कलेक्टर इसकी कब जांच करवाते हैं पात्र परिवारों को लाभ मिले अनुचित जो लोग फायदा उठा रहे हैं वह किसी भी एंगल से सही नहीं है
सरकार की योजना का लाभ लेने के लिए कुछ अमीर लोग भी बीपीएल (गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले) राशन कार्ड श्रेणी में हैं। इन लोगों के पास कीमती मोटरसाइकिल ट्रैक्टर हैं। अतः गरीब परिवार की विधवा महिलाएं उनकी शिक्षा के लिए कोई साधन नहीं फिर भी वह बीपीएल श्रेणी में नहीं जिसे वास्तविक लाभार्थी होना चाहिए वह नहीं है जो संपत्ति अथवा धन से विकसित BPL श्रेणी शामिल है अथवा ग्रामीण क्षेत्र में ग्राम सेवक ग्राम पंचायत सरपंच निश्चित रूप से गरीब परिवार को बीपीएल श्रेणी में शामिल कर ताकि गरीब परिवार भी बीपीएल योजना का लाभ लें सके
गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले बीपीएल श्रेणी लाभार्थी नहीं हैं फिर भी निगरानी क्यों नहीं