सामाजिक समरसता के साक्षी बनेंगे शहरवासी

सामाजिक समरसता के साक्षी बनेंगे शहरवासी


-विजयबाड़ी से वीकेआई तक सर्व समाज की शोभायात्रा आज
-ड्रोन से पुष्प वर्षा, मोटे अनाजों से तैयार  मां अन्नपूर्णा की झांकी रहेगी आकर्षण का केन्द्र
-वाल्मीकि-किन्नर समाज भी होगा शामिल

जयपुर। सामाजिक समरसता का संदेश देने के लिए सर्व समाज की ओर से रविवार को शाम सवा चार बजे विजयबाड़ी पथ नंबर सात के श्री श्याम मंदिर से शोभायात्रा निकाली जाएगी। श्याम मंदिर से रवाना होकर शोभायात्रा भौमियां जी का मंदिर, प्रतापनगर चौराहा, माताजी का मंदिर, केडिया पैलेस चौराहा, आर के फर्नीचर, मुरलीपुरा सर्किल, लाल डब्बा चौराहा, रोड नंबर दो होते हुए रोड नंबर पांच स्थित श्री विश्वेश्वर महादेव मंदिर पहुंचेगी।
शोभायात्रा में देवी-देवताओं और महापुरूषों की सुसज्जित 51 झांकियों के साथ जयपुर के मशहूर 11 बैंड और लवाजमा होगा। विभिन्न प्रकार के अन्न से मां अन्नपूर्णा की झांकी विशेष आकर्षण रहेगी। एक सप्ताह पूर्व उगाए गए अनाजों के ज्वारे प्रसाद रूप में दिए जाएंगे। विभिन्न तीर्थों और मंदिरों से लाए गए जल से शोभायात्रा में चल रहे लोगों पर अभिसींचन किया जाएगा।
जगह-जगह ड्रॉन से पुष्पवर्षा की जाएगी। रंगारंग आतिशबाजी भी की जाएगी। विभिन्न समाजों  के लोग शोभायात्रा में अपने आराध्य की झांकी के साथ सम्मिलित होंगे। शोभायात्रा का आयोजन हरिओम जन सेवा समिति राजस्थान के भंडारे को 2100 दिन पूर्ण होने के उपलक्ष में किया जा रहा है।  हरिओम जन सेवा समिति के संरक्षक राजेंद्र सदानंद ने बताया कि शोभा यात्रा के माध्यम से समाज के विभिन्न वर्गों में आपसी सामंजस्य और सौहार्द बढ़ाने का संदेश दिया जाएगा। समिति के प्रदेश अध्यक्ष पंकज गोयल ने बताया कि शोभायात्रा की व्यवस्था एक हजार कार्यकर्ता संभालेंगे।  साधु-संत एवं महात्मा बग्गियों में विराजमान रहेंगे। सामाजिक संस्थाओं की ओर से विभिन्न स्थानों पर पुष्प वर्षा कर यात्रा का स्वागत किया जाएगा। समिति के जयपुर शहर अध्यक्ष सुरेश जांगिड़ ने बताया कि यात्रा के बाद महाप्रसादी का भी आयोजन किया जाएगा जिसमें हजारों भक्त प्रसादी ग्रहण करेंगे।

गायत्री परिवाद देगा नशामुक्ति का संदेश:
अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार-गायत्री शक्तिपीठ ब्रह्मपुरी की ओर से वेदमाता गायत्री की झांकी के अलावा नशा मुक्ति और जूठन नहीं छोडऩे की प्रेरक झांकियां मुख्य आकर्षण रहेगी। एक झांकी बाल संस्कारशाला की भी होगी। पीले कपड़ों में गायत्री परिवार के कार्यकर्ता हाथ में मशाल अकिंत पीला ध्वज और सद् वाक्य लिखी तख्तियां थामे जयघोष लगाते हुए चलेंगे।


ये झांकियां होंगी शामिल:
मुख्य झांकी मां अन्नपूर्णा देवी की होगी।     जो सबसे पीछे होगी। इसके अलावा श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर शुभरामपुरा के लक्ष्मी नारायण भगवान, श्याम बाबा,वेदमाता गायत्री, राधा-कृष्ण, सीताराम, भगवान परशुरामजी, भगवान झूलेलाल,श्री सेन महाराज,भगवान विश्वकर्मा,तुलसी माता,भारत माता,चित्रगुप्त जी भगवान,गौ माता, भगवान भोलेनाथ, शनि महाराज, गंगा मैया, श्री यादे माता, महापुरुषों की झांकियों में अग्रसेन महाराज,वीर महाराणा प्रताप, महाराजा सूरजमल प्रमुख है।


समाजों-संस्थाओं को मिला साथ:
विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल, गायत्री शक्तिपीठ ब्रह्मपुरी-गायत्री चेतना केन्द्र मुरलीपुरा, श्री श्याम मंदिर विजयबाड़ी पथ नंबर 7, अग्रवाल समाज सेवा समिति ढेहर का बालाजी, प्रदेश अग्रवाल महासभा, सिंधी समाज मुरलीपुरा, स्वराज परिवार, हरिओम विब्हाम सुंदरकांड मंडल, श्री सेन समाज, विश्वकर्मा समाज, तुलसी महिला मंडल, ब्राह्मण समाज, राजपूत समाज, श्रीराम गौ सेवा दल, कायस्थ समाज, नवयुवक कावडिय़ा संघ, कुमावत समाज, शनि मंदिर भवानी नगर, विकास सेल्फ  अकेडमी, श्री राम गौ सेवा दल, सेंट्रल स्पाइन व्यापार परिषद विद्याधर नगर, सिख समाज, नवयुवक कावडिय़ा संघ, वाल्मीकि समाज, किन्नर समाज, श्री खंडेलवाल समाज ढेहर का बालाजी, मां सुरभि चैरिटेबल ट्रस्ट गौशाला गोविंदगढ़, राजस्थान जाट संस्थान।