विद्यार्थियों के माध्यम से वटवृक्ष बन गया है गुरुजी का लगाया पौधा : राठौड़

विद्यार्थियों के माध्यम से वटवृक्ष बन गया है गुरुजी का लगाया पौधा : राठौड़

सिविल लाइंस में हुए ‘जन्मोत्सव’ में विधि एवं न्याय क्षेत्र से जुड़े लोगों ने संस्मरण, कविता-गीतों के जरिए प्रो. महावीर सिंह यादव को किया याद

चूरू, 25 दिसंबर। लोहिया काॅलेज में प्रवक्ता रहे स्व. प्रो. महावीर सिंह यादव के जन्मदिन पर यहां सोमवार को सिविल लाइंस में ‘जन्मोत्सव’ का आयोजन किया गया। इस अवसर पर जुटे आरजेएस, एपीपी, विधि अधिकारी, अधिवक्ता एवं विधि विद्यार्थियों ने प्रो. यादव से जुड़े संस्मरण साझा किए और गीतों, कविताओं व संस्मरणों के जरिए उन्हें याद किया। 


प्रो. यादव के चित्र पर पुष्प अर्पण के साथ शुरू हुए कार्यक्रम में वक्ताओं ने प्रो. यादव के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर चर्चा करते हुए कहा कि उन्होंने अपने विद्यार्थियों को न केवल अपने विषय में पारंगत किया, अपितु उन्हें मनोवैज्ञानिक ढंग से ऐसा मजबूत बनाया कि जीवन के किसी भी संघर्ष और परिस्थिति में उनका मार्गदर्शन महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। उपनेता प्रतिपक्ष और स्थानीय विधायक राजेन्द्र राठौड़ ने प्रो. यादव को याद करते हुए कहा कि उन्हीं की प्रेरणा से चूरू के बच्चे विधि और न्याय के क्षेत्र में लगातार अपना स्थान बनाते जा रहे हैं। उन्हीं ने कहा कि यादव गुरुजी का लगाया पौधा आज वटवृक्ष बन रहा है और अच्छी बात है कि उनके शिष्य और विधि सत्संग संस्था इस गुरु-शिष्य परम्परा का अभूतपूर्व वाहक बन रही है।राठौड़ ने अपने राजनीति के प्रारंभिक दिनों में प्रोफेसर यादव के मार्गदर्शन को याद किया।

एसीजेएम नारायण प्रसाद ने कहा कि शिक्षण दुनिया का श्रेष्ठ जाॅब है और प्रो. यादव जैसे व्यक्तियों ने इसे साबित किया है। उन्होंने कहा कि किसी व्यक्ति के जाने के बाद भी यदि उसकी प्रेरणा और मार्गदर्शन इस तरह से लोगों का जीवन बदलते हैं तो इससे बेहतर और क्या हो सकता है। उन्होंने विधि क्षेत्र में तैयारी कर रहे विद्यार्थियों को सफलता के सूत्र बताए और कहा कि समर्पण के साथ की गई मेहनत का कोई विकल्प नहीं है। 
साहित्य अकादेमी अवार्डी साहित्यकार भंवर सिंह सामौर ने कहा कि प्रो. यादव ने विधि क्षेत्र में प्रतिभाओं को निखारने के लिए जो पौधा लगाया था, वह अब बरगद बन रहा है और किसी भी विधि एवं न्याय से जुड़ी किसी भी भर्ती में यहां के युवा अपनी जगह बनाते ही हैं। 

राजस्थान बार काउंसिल के पूर्व सदस्य रोशन सिंह राठौड़, प्रधान दीपचंद राहड़, लेखा अधिकारी धीरज जोशी, डीएलआर शुभकरण आदि ने विचार व्यक्त करते हुए गुरुजी के योगदान पर चर्चा की।

इस अवसर पर उपस्थित लोगों ने अपने संस्मरणों, कविताओं व गीतों के जरिए प्रो. महावीर प्रसाद यादव को याद किया। सीकर की सुप्रसिद्ध गायिका नंदिनी त्यागी ने अपने स्वरों से समा बांधा। विद्या आर्य, अशोक आर्य ने भी सराहनीय प्रस्तुतियां देकर गुरुजी को याद किया। एसीजेएम अमरजीत सिंह, एसीजेएम अजय कुमार, आरजेएस चंद्रशेखर पारीक, हुक्मीचंद गहनोलिया, आरजेएस सुरेश कुमार, नेहा कुमावत, जया सैनी, हिमांशु कुमावत, उषा प्रजापत,  शिखा शर्मा, मीनाक्षी खत्री, भावना, सहायक विधि परामर्शी धर्मपाल शर्मा, सुखदेव सिंह, एसएलओ महेंद्र सैनी, पीआरओ कुमार अजय,  बार काउंसिल सदस्य देवेंद्र सिंह महलाना, प्रियंका राठौड़, अयूब खान, एएलआर शुभकरण, युनुस खान, सत्येंद्र शर्मा, गीता सामौर, अनुभव यादव,आरती सामौर, महेश चंद्र यादव, श्रीराम सैनी,  सीकर विधि महाविद्यालय के प्रो. सुरेश नायक,  अधिवक्ता पुष्पकांत शर्मा, अभिषेक टावरी, अनिल सैनी, मनोज योगाचार्य, रामेश्वर प्रजापत, एडीपी नरोत्तम प्रजापत, अभिषेक टावरी, पंकज सिंह सहित बड़ी संख्या में विधि एवं न्याय क्षेत्र के लोगों ने अपने विचार व्यक्त करते हुए गुरुजी को याद किया। कार्यक्रम संयोजक महेंद्र कुमार सैनी ने आभार व्यक्त किया। 
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