अजमेर में अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिक सम्मेलन: प्राकृतिक औषधियों पर शोध को बढ़ावा

जयपुर, 10 फरवरी। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय, अजमेर में राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी एवं जैव प्रौद्योगिकी विभाग, भारत सरकार के सहयोग से "पादप आधारित न्यूट्रास्यूटिकल्स और चिकित्सा पर नवीन अनुसंधान" विषय पर अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिक सम्मेलन आयोजित किया गया।
विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने उद्घाटन किया और कहा कि प्राकृतिक औषधियां वैश्विक स्वास्थ्य चुनौतियों का समाधान बन सकती हैं। उन्होंने प्राचीन एवं आधुनिक चिकित्सा पद्धतियों के समन्वय की आवश्यकता पर जोर दिया।
सम्मेलन में पूर्व कुलपति प्रो. पी.सी. त्रिवेदी, कुलपति प्रो. कैलाश सोडाणी, वनस्पति विज्ञान विभागाध्यक्ष प्रो. अरविंद पारीक समेत कई वैज्ञानिक और शोधकर्ता शामिल हुए। प्राकृतिक पौधों के औषधीय गुणों पर शोध की आवश्यकता को रेखांकित किया गया।
प्रो. त्रिवेदी ने कहा कि आहार और पोषण रोग निवारण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जबकि प्रो. वर्मा ने विज्ञान के ग्रामीण विकास में योगदान पर प्रकाश डाला। सम्मेलन में 120 शोध पत्रों पर चर्चा हुई और वैज्ञानिक पत्रिका "विज्ञान रश्मि" का विमोचन भी हुआ।
आयोजकों ने सम्मेलन को सफल बनाने के लिए सभी प्रतिभागियों और अतिथियों का आभार व्यक्त किया।