तीव्र गति से चल रहा पुनर्विकास का कार्य
सुजानगढ़ (नि.सं.)। उत्तर पश्चिम रेलवे जोधपुर मंडल पर अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत स्टेशनों के पुनर्विकास का कार्य तीव्र गति से किया जा रहा है। इसी के तहत मंडल के सुजानगढ़ रेलवे स्टेशन का शिलान्यास प्रधानमंत्री द्वारा 06 अगस्त 2023 को अन्य 508 स्टेशनों के साथ किया गया था।
मंडल रेल प्रबंधक पंकज कुमार सिंह ने बताया कि पुनर्विकसित सुजानगढ़ स्टेशन पर नई अत्याधुनिक यात्री सुविधाओं तथा मौजूदा सुविधाओं के अपग्रेडेशन से यात्रियों को बेहतर और उत्कृष्ट सुविधाएं प्रदान की जाएगी।
डीआरएम ने बताया कि नए स्टेशन भवन वर्तमान स्टेशन भवन से करीब 80 मीटर की दूरी पर रतनगढ़ की ओर बनाया जा रहा है। यहाँ पर 19 पुराने रेल आवासों को तोड़कर नये भवन की नींव रखी गयी है। इस कार्य के तहत प्लींथ लेवल तक का कार्य हो चुका है। कार्य तीव्र गति किया जा रहा है। जिसमें बड़ा विश्रामालय, विशिष्ट अथिति कक्ष, रेल कोच प्लाजा, यात्रियों के वाहनों हेतु पार्किंग सुविधा अलग से आने जाने के लिये अलग-अलग मुख्य द्वार, सर्कुलेटिंग एरिया आदि का निर्माण कार्य किया जायेगा। नये भवन को हेरिटेज लुक दिया जायेगा।
क्या-क्या बनेगा 19.33 करोड़ की लागत से -
डीआरएम की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया है कि स्टेशन की ओर आने वाले मार्ग में प्रवेश और निकास के लिए अलग-अलग प्रावधान तथा सर्कुलेटिंग एरिया के सौंदर्यीकरण से संबंधित कार्य किया जायेगा। दो पहिया, चौपहिया के वाहनों के लिए अलग-अलग पार्किंग सुविधा होगी। नए स्टेशन भवन के निर्माण के साथ प्लेटफार्म संख्या 01 को उच्च स्तर तक ऊँचा किया जायेगा और यात्रियों को उतारने और चढ़ाने के लिए बरामदे (पोर्च) का प्रावधान किया गया है। प्लेटफार्म संख्या 01 व 02 पर कोच प्रदर्शन बोर्ड का प्रावधान भी किया गया है। रेल कोच जलपान गृह, नये अतिथी कक्ष, प्रतिक्षा कक्ष, स्टेशन पर महिलाओं और पुरूषों के लिए अलग शौचालयों के साथ बेहतर सुविधाएं, स्टेशन भवन के आंतरिक तथा बाहरी भाग का सुधार, 12 मीटर चौड़े ऊपरी पैदल पुल (एफओबी) का प्रावधान, नये प्लेटफार्म आश्रयों (सेल्टर्स) का प्रावधान, दिव्यांगजनों के लिए सुविधाओं सहित नये शौचालय ब्लॉक और पानी बूथ का प्रावधान जिसमें सभी सुविधाओं तक दिव्यांग जनों की पहुंच बनाने के लिए उपयुक्त स्थान पर लगाया जायेगा। इसी प्रकार बेहतर संकेत चिन्हों का प्रावधान, स्टेशन पर होर्डिंग व स्मारकीय झंडों का प्रावधान और बेहतर फर्नीचर का प्रावधान इस निर्माण में किया गया है।