"भारत-पाक तनाव में सोना ₹4,350 सस्ता क्यों हुआ? जानें क्या अब खरीदना फायदेमंद है या करें इंतजार"

भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया टकराव के दौरान सोने की कीमतों में अप्रत्याशित गिरावट दर्ज की गई है। आमतौर पर जंग या तनाव के माहौल में सोना महंगा होता है, लेकिन इस बार उल्टा हुआ। 6 मई तक सोना ₹96,888 प्रति 10 ग्राम था, जो 6 दिनों में ₹4,350 गिरकर ₹92,538 तक पहुंच गया। यह गिरावट निवेशकों और खरीदारों दोनों के लिए हैरानी का कारण बनी हुई है।
इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) के अनुसार, 1 जनवरी 2025 को 24 कैरेट सोने की कीमत ₹76,162 थी, जो 22 अप्रैल तक बढ़ते हुए ₹1 लाख तक पहुंच गई। यह ऐतिहासिक स्तर था। लेकिन जैसे ही भारत ने ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया और तनाव अपने चरम पर पहुंचा, निवेशकों ने मुनाफा वसूली शुरू कर दी, जिससे सोने की कीमतों में गिरावट आई।
विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिकी डॉलर में मजबूती, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बॉन्ड यील्ड में बढ़ोतरी और घरेलू निवेशकों की ओर से मुनाफावसूली इस गिरावट के प्रमुख कारण हैं। साथ ही यह भी देखा गया कि भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष ज्यादा लंबा नहीं चला और जल्द ही सीजफायर हो गया, जिससे बाजार में स्थिरता लौटी।
अब सवाल उठता है कि क्या यह सोना खरीदने का सही समय है? विशेषज्ञों की राय में, जो लोग लॉन्ग टर्म के लिए निवेश करना चाहते हैं, उनके लिए यह गिरावट एक अच्छा मौका हो सकता है। हालांकि, अगले कुछ हफ्तों में सोने की कीमतें और गिर सकती हैं, इसलिए थोड़ा इंतजार करना समझदारी हो सकती है।