सर्व ब्राह्मण समाज का स्नेह मिलन समारोह संपन्न ।

सर्व ब्राह्मण समाज का स्नेह मिलन समारोह संपन्न ।


देवली 29 जून, यहां रविवार को गौतम आश्रम मे सर्व ब्राह्मण समाज का स्नेह मिलन समारोह कार्यक्रम सम्पन्न हुआ । समाज के मीडिया प्रभारी बृजेश भारद्वाज ने जानकारी देते हुए बताया कि जहां समाज के वक्ताओं ने समाज हित में अपने अपने विचार रखे। रिंकेश शर्मा ने अपने विचार रखते हुए कहा कि समाज मे  शिक्षा से विमुख परिवारों को जागरूक कर उनको सरकारी योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ दिलाने का प्रयास करना चाहिए। शत्रुघ्न दाधीच बोले समाज के कई ऐसे प्रतिभावान व्यक्ति जो शिक्षा, स्वास्थ्य,ज्योतिष या अन्य किन्ही क्षेत्रों से जुड़े हुए हैं समर कैंप के माध्यम से समाज के बच्चों को एक स्थान पर एकत्रित करके उनको विभिन्न प्रकार का ज्ञान व धर्म की शिक्षा प्रदान करना चाइए। सत्यनारायण शर्मा व वैभव उपाध्याय ने कहा कि जनेऊ तिलक आदि जो ब्राह्मण की पहचान है उनको बेहिचक अपनाना जरूरी है जो कि हमारे समाज की पहचान है। हर तीन महीने में एक बार सामूहिक मीटिंग का आयोजन होना आवश्यक है जिससे कि समाज के व्यक्तियों में आपसी विचारों का आदान-प्रदान  हो सके साथ ही गलतफहमियां पैदा ना हो। संजय शर्मा ने कहा कि समाज का जो वास्तविक गरीब बच्चा जो पात्र है जिसके घर वाले सक्षम नहीं है उनको  निशुल्क अपने विद्यालय में निशुल्क अध्ययन की व्यवस्था में करूंगा।ज्योति स्वरूप जोशी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि समाज के लोगो द्वारा ब्राह्मण समाज की प्रतिभाओं की आलोचनाए करने के बजाए उनकी प्रतिभा का सम्मान करते हुए  प्रशंसा कर उत्साह वर्धन के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करना चाहिए। रमेश चंद शर्मा व गोविंद नारायण शर्मा ने कहा कि बीते परशुराम जयंती में हुए कार्यक्रम से समाज को प्रेरणा के साथ मजबूती मिली है जिसको उसी क्रम में लगातार आगे बढ़ाना हमारी नैतिक जिम्मेदारी है। डॉ गौरव व्यास ने कहा कि युवाओं के साथ बड़े बुजुर्गों को समाज के प्रत्येक कार्यक्रम में जोड़ना अत्यंत आवश्यक है ताकि जोश के साथ पूर्ण अनुभव भी मिल सके। वहीं नवल पारीक ने कहा की ब्राह्मण केवल कर्मकांड तक सीमित नहीं रहे अपनी वैदिक संस्कृति के मूल ज्ञान को समझने व दूसरों को भी समझाने का प्रयास करें। साथ ही योगिक क्रियाओं का दैनिक अभ्यास करें। मनीष पाराशर ने संबोधन के दौरान कहा कि संस्कृत वेदो की मूल भाषा है अतः समाज के बच्चों को संस्कृत की तरफ झुकाव लेकर वेदों का अध्ययन कराने का प्रयास करना चाइए। सुनील दाधीच ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि मीटिंग में प्रकट किए गए अलग-अलग विचारों को क्रियान्वयन करना भी जरूरी है । केवल बैठक तक विचार सीमित नहीं रहने चाहिए उस पर आगे एजेंडा बनाकर विचार किया जाना चाहिए। उक्त कार्यक्रम के पश्चात स्नेह भोज का आयोजन हुआ जिसमें दर्जनों समाज बंधुओं ने प्रेम पूर्वक भोजन किया। वही इस आयोजन के प्रभारी अमित व सुमित गौतम का समाज बंधुओं ने सफल आयोजन के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया। इस दौरान सर्व ब्राह्मण समाज के दर्जनों लोग कार्यक्रम में मौजूद रहे।