फाउंडेशन दूसरी बार राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित
सीकर। सामाजिक कार्य में अग्रणीय संस्था मदद फाउंडेशन को संत कबीर के 505 वें महापरिनिर्वाण फाउंडेशन सहित कई बड़ी हस्तियों को ‘ कबीर कोहिनूर अवार्ड ' से सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का आयोजन सद्गुरु कबीर आश्रम सेवा संस्थान की ओर से दिल्ली में किया गया।
फाउंडेशन को यह सम्मान उनके मानवतावादी , समाजिक कार्यों और निस्वार्थ भावना से सेवा के क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्यों के लिए अर्पित किया गया। संस्था के गणपत सिंह गांवड़ी ने बताया की संस्था के सक्रिय सदस्य श्रवण सिंह रोहिणा ने ये सम्मान प्राप्त किया। ये दुसरा अवसर है जब मदद फाउण्डेशन को राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया। यह सम्मान संस्था से जुडे उन सभी सदस्यो ओर भामाशाहो को समर्पित करते है जो प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से सामाजिक कार्यों मे सहयोग करते है। संस्था के एडमिन पैनल द्वारा सभी सदस्यो को शुभकामनाये दी गई। संस्था के गणपत सिंह ने कहा की संस्था अब तक 420 पीड़ित परिवार को अपने साथ जोड़ चुकी है। महिला दिवस पे भी संस्था दो बार सम्मानित हो चुकी है। संस्था द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों की विधवा महिलाओं को स्वरोजगार योजना और पेंशन योजना द्वारा फायदा पहुंचाया जा रहा है । संस्था ने अभी तक किसी भी सरकारी सहायता को प्राप्त नही किया है। समाज में होने वाली फिजूलखर्ची को रोक कर भामाशाहों से सहयोग प्राप्त किया जाता है और उसी सहयोग राशि से पीड़ित परिवार को सहायता पहुचाई जाती है. कार्यक्रम का आयोजन सद्गुरु कबीर आश्रम सेवा संस्थान की ओर से दिल्ली में किया गया फाउंडेशन को यह सम्मान उनके मानवतावादी , समाजिक कार्यों और निस्वार्थ भावना से सेवा के क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्यों के लिए अर्पित किया गया। संस्था के गणपत सिंह गांवड़ी ने बताया की संस्था के सक्रिय सदस्य श्रवण सिंह रोहिणा ने ये सम्मान प्राप्त किया। ये दुसरा अवसर है जब मदद फाउण्डेशन को राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया। यह सम्मान संस्था से जुडे उन सभी सदस्यो ओर भामाशाहो को समर्पित करते है जो प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से सामाजिक कार्यों मे सहयोग करते है। संस्था के एडमिन पैनल द्वारा सभी सदस्यो को शुभकामनाये दी गई। संस्था के गणपत सिंह ने कहा की संस्था अब तक 420 पीड़ित परिवार को अपने साथ जोड़ चुकी है। महिला दिवस पे भी संस्था दो बार सम्मानित हो चुकी है। संस्था द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों की विधवा महिलाओं को स्वरोजगार योजना और पेंशन योजना द्वारा फायदा पहुंचाया जा रहा है । संस्था ने अभी तक किसी भी सरकारी सहायता को प्राप्त नही किया है। समाज में होने वाली फिजूलखर्ची को रोक कर भामाशाहों से सहयोग प्राप्त किया जाता है और उसी सहयोग राशि से पीड़ित परिवार को सहायता पहुचाई जाती है