भागवत कथा के श्रवण से ही मिल जाती है पापों से मुक्ति - शिवेंद्र स्वरूप

भागवत कथा के श्रवण से ही मिल जाती है पापों से मुक्ति - शिवेंद्र स्वरूप

राजलदेसर न्यूज़ सर्विस ।  कस्बे दुर्गा मंदिर सेवा समिति के द्वारा मां काली मंदिर के 13 वां प्राण प्रतिष्ठा  एवं  वार्षिकोत्सव को लेकर प्रजापति भवन आथुना बास वार्ड नं 1 चल रही सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा के दूसरे दिन ब्रह्चारी शिवेंद्रस्वरूप  महाराज ने कहा कि भागवत कथा श्रवण मात्र से पाप से मुक्ति मिलती। कहा जिस स्थान पर कथा होती है वहां भगवान विराजमान होते हैं। भगवन नाम के जाप से सारे विपत्ति नाश हो जाते हैं। इस जगत में भगवत कृपा के बिना कुछ भी संभव नहीं है। मनुष्य को समाज में अच्छे काम करना चाहिए। भगवान श्रीकृष्ण ने कहा है की कर्म ही प्रधान है, बिना कर्म कुछ संभव नहीं होता है, जो मनुष्य अच्छा व सत्कर्म करता है उसे अच्छा फल मिलता है व बुरे कर्म करने वाले को हमेशा बुरा फल मिलता है। इसलिए सभी को अच्छे कर्मो के प्रति आकृष्ट होना चाहिए। उन्होंने कहा कि एक मार्ग दमन का है तो दूसरा उदारीकरण का। दोनों ही मार्गो में अधोगामी वृत्तियां निषेध हैं। जैसे कि गोकर्ण ने कथा कही, किन्तु उसके दुराचारी भाई धुंधकारी ने मनोयोग से उसे सुना तो मोक्ष प्राप्त हो गया। भागवत कथा एक ऐसा अमृत है कि इसका जितना भी पान किया जाए आत्मा तृप्ति नहीं होती है। भागवत कथा सुनते ही ज्ञान और वैराग्य जाग जाता है । कथा में आने के लिए किसी को निमंत्रण में किया जाता है। भगवन प्राप्ति के लिए भक्तों को कथा में स्वयं चलकर आना पड़ता है । इस अवसर पर मुख्य यजमान एवं अनेको श्रद्धालुगण ने महापुराण की आरती उतार कर महाराज श्री से आशीर्वाद लिया ।