रोडवेज प्रबंधन का भ्रष्टाचार पर प्रहार: 7 कर्मियों पर कार्रवाई

रोडवेज प्रबंधन का भ्रष्टाचार पर प्रहार: 7 कर्मियों पर कार्रवाई

जयपुर, 5 दिसंबर। राजस्थान रोडवेज प्रबंधन ने बसों में बेटिकट यात्री मिलने और भ्रष्टाचार में लिप्त पाए जाने वाले कर्मियों पर सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है। उप मुख्यमंत्री एवं परिवहन मंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा के निर्देशानुसार, रोडवेज की आय बढ़ाने और यात्रियों को बेहतर सुविधाएं देने के साथ-साथ भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए यह कदम उठाया गया है।

7 कार्मिकों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई
प्रबंध निदेशक श्री पुरुषोत्तम शर्मा ने बताया कि बेटिकट यात्रा करवाने और भ्रष्टाचार के गंभीर मामलों में विद्याधर नगर, बारां, अनूपगढ़, और लोहागढ़ आगार के चार परिचालकों को निलंबित कर दिया गया है। इसके अलावा, दिल्ली आगार के दो सहायक यातायात निरीक्षकों और मत्स्य नगर आगार के एक परिचालक को पदस्थापन आदेशों की प्रतीक्षा में रखा गया है। 

कर्मचारियों की जवाबदेही तय करने की पहल
निगम अध्यक्ष श्रीमती शुभ्रा सिंह की पहल पर रोडवेज प्रबंधन द्वारा सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। इन कार्यवाहियों का सकारात्मक प्रभाव नजर आ रहा है। रोडवेज की आय में बढ़ोतरी हुई है और यात्री भार में भी नए रिकॉर्ड दर्ज किए जा रहे हैं। 

भ्रष्टाचार पर शून्य सहनशीलता 
रोडवेज प्रबंधन ने स्पष्ट किया है कि बसों में बेटिकट यात्रा करवाने या भ्रष्टाचार के किसी भी मामले को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यात्रियों को बेहतर सेवाएं देने और निगम की साख बनाए रखने के लिए यह सख्ती जारी रहेगी। 

यह सख्त रुख न केवल रोडवेज की कार्यक्षमता में सुधार लाने वाला साबित होगा, बल्कि भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने में भी मील का पत्थर साबित होगा।