भागवत का बयान: जनसंख्या बढ़ाने के लिए तीन बच्चों की आवश्यकता

भागवत का बयान: जनसंख्या बढ़ाने के लिए तीन बच्चों की आवश्यकता

मुंबई। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत का बयान जनसंख्या में गिरावट को लेकर राजनीतिक बहस का विषय बन गया है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर किसी समाज की प्रजनन दर 2.1 से कम हो जाती है तो वह धीरे-धीरे लुप्त हो सकता है। भागवत ने कहा कि समाज को जीवित रखने के लिए दो से ज्यादा बच्चों का जन्म आवश्यक है, और इस बात को जनसंख्या विज्ञान से जोड़ा। उन्होंने 1998 और 2002 में तय की गई जनसंख्या नीति का हवाला देते हुए इसे लागू करने की जरूरत जताई।

विपक्ष ने उनके बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता फखरुल हसन चांद ने कहा कि भागवत का बयान भाजपा के लिए असहज है, जबकि कांग्रेस नेता उमंग सिंघर ने सवाल उठाया कि अगर जनसंख्या बढ़ानी है, तो पहले बेरोजगारी और अन्य समस्याओं का समाधान किया जाए। 

विपक्ष का कहना है कि देश में बेरोजगारी बढ़ रही है, कृषि भूमि कम हो रही है, और ऐसे में जनसंख्या बढ़ाने की बात करना वास्तविक समस्याओं से ध्यान हटाने जैसा है।