संभल में जामा मस्जिद के सर्वे पर बवाल, पथराव और फायरिंग में तीन की मौत

संभल।
रविवार सुबह जामा मस्जिद के सर्वे को लेकर संभल में हिंसा भड़क उठी। कोर्ट के आदेश पर एडवोकेट कमिश्नर रमेश राघव की टीम ने सर्वे शुरू किया, लेकिन सूचना पाकर बड़ी संख्या में लोग मस्जिद के आसपास जुट गए। सुबह 7 बजे भीड़ ने पथराव शुरू कर दिया, जिसके बाद पुलिस को हालात काबू में करने के लिए हवाई फायरिंग करनी पड़ी। हिंसा में तीन लोगों की मौत और 15 से अधिक पुलिसकर्मियों के घायल होने की खबर है।
सर्वे के दौरान भारी तनाव
सर्वे के लिए डीएम डॉ. राजेंद्र पैंसिया और एसपी कृष्ण कुमार भारी पुलिस बल के साथ सुबह तड़के जामा मस्जिद पहुंचे। सुरक्षा के लिए पीएसी और आरआरएफ के जवानों की तैनाती की गई थी। जैसे ही सर्वे की खबर फैली, लोगों में आक्रोश फैल गया। पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने की कोशिश की, लेकिन पथराव और वाहनों में आगजनी शुरू हो गई।
सुनियोजित साजिश का दावा
एसपी कृष्ण कुमार ने इस हिंसा को सुनियोजित बताया। उन्होंने कहा कि पथराव करने वालों की पहचान की जा रही है। कई उपद्रवियों को हिरासत में लिया गया है और उनके पास से आपत्तिजनक सामग्री बरामद हुई है। एनएसए के तहत कार्रवाई करने की बात भी कही गई है।
हरिहर मंदिर होने का दावा
कोर्ट के आदेश पर हो रहे इस सर्वे में दावा किया गया है कि जामा मस्जिद की जगह पहले हरिहर मंदिर था। 19 नवंबर को इसी मामले में पहला सर्वे हुआ था। स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
स्थिति नियंत्रण में
उत्तर प्रदेश के डीजीपी प्रशांत कुमार ने बताया कि स्थिति अब नियंत्रण में है। ड्रोन से निगरानी की जा रही है और अतिरिक्त बल तैनात कर दिया गया है। पुलिस ने कहा है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।