सांभर फुलेरा जिला बनने की उम्मीद अभी भी जिंदा है

सांभर फुलेरा जिला बनने की उम्मीद अभी भी जिंदा है


जिला बने तो सांभर- फुलेरा ही बने "गोविंद सिंह बडगूजर" फुलेरा( राजकुमार देवाल) आज राजनेता अपने-अपने सत्ता स्वार्थ के लिए एक छोटे से गांव को भी जिला बना देते हैं इसका ज्वलंत उदाहरण निकटवर्ती गांव दूदू है जो भौगोलिक दृष्टि से और जिले के मापदंडों में 0% भी खरा नहीं उतरता है इन राजनेताओं ने फुलेरा कस्बे के साथ सदैव सौतेला व्यवहार रखा है इनके इस स्वार्थी पूर्ण रवैये से   भौगोलिक एवं यातायात की दृष्टि से पूर्णतया प्रतिशत खरा रहने वाला फुलेरा कस्बे को  सदैव नजर अंदाज किया है  तथा जिला मुख्यालय बनाने हेतु फुलेरा, काचरोदा, ईटावा,के आसपास  400 एकड से ज्यादा भुमि उपलब्ध है । समाजसेवी एवं अखिल भारतीय  रावणा राजपूत समाज के जिला महामंत्री गोविंद सिंह बडग़ुर्जर ने   जिला बनाने मे  फुलेरा कस्बे को नजर अंदाज करने पर अपने  विचार व्यक्त किये है। गोविंद सिंह बडग़ुर्जर ने कहा कि सत्ता के कर्णधार फुलेरा  सत्ता स्वार्थ को दूर रख कर  सर्वे किया जाए तो क्षेत्र के आसपास में दूसरे राज्य के लोग कस्बे में भी रहना पसंद करते हैं क्योंकि यह भौगोलिक दृष्टि अभी यातायात की दृष्टि से सदैव उपयुक्त हो रहा है उन्होंने बताया कि आज निकटवर्ती कस्बे व गांवो  के लोग यातायात की दृष्टि से  फुलेरा कस्बे को पसंद करते हैं इतना ही नहीं राजकीय  सेवानिवृत्ति के बाद भी फुलेरा मे ही रहना पसंद करते हैं और आज लगभग हजारों परिवार यहां पर स्थाई निवास बना चुके हैं किंतु राजनेता चाहे किसी भी दल का हो अपने स्वार्थ के कारण कस्बे को नजरअंदाज कर  दूसरे  कस्बे को जिला घोषित करवाने मे संघर्ष करते नजर आ रहे है । समाजसेवी विनोद अरोड़ा ने वर्ष 2023 को फुलेरा से पैदल तिरंगा यात्रा लेकर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से भी मिल चुके हैं जहां इन्हें फुलेरा को जिला बनाए जाने हेतु पूर्ण आश्वासन मिला था । वैसे तो फुलेरा को जिला घोषित करवाने के लिए गति 40 वर्षों से वरिष्ठ समाजसेवी स्वर्गीय वैद नानगराम कुमावत के नेतृत्व मे जिला बनाने के लिए जन हितार्थ कमेटी बनाई गई थी । जिसमे ,स्वर्गीय  राम अवतार कुमावत,ओपी भवण,भुरा भाई कोविद,नारायण लाल घोडेला, सेवानिवृत्त,हनुमान प्रसाद मेहरडा तथा पुर्व पालिकाध्यक्ष मनोज आहुजा,अब्दुल लतीफ कुरेशी,निर्मल शर्मा,शिवचंद्र नेतड,सेवानिवृत्त प्राचार्य, हीरालाल बरडवाल ,राजकुमार देवाल,ओम प्रकाश नेतड, सत्यनारायण कुमावत सहित अनेक व्यक्तियों ने संघर्ष किया था । तब तत्कालीन सरकार  द्वारा  आश्वासन मिला था कि जब नये जिले बनाये जायेगें तब फुलेरा की पहली प्राथमिकता रहेगी । किन्तु सरकारें आती जाती रही ओर विकास के लिए फुलेरा को सदैव  नजर अंदाज करती रही । समाज सैवी गोविंद सिंह बडगूजर का कहना है यदि फुलेरा को जिला बनाने मे नजर अंदाज किया गया  तो यहां की जनता अपने हित के  लिए संघर्ष करने में भी पीछे नहीं रहेगी ।